ढाका, । भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बांग्लादेश के मछुआरों की दो नावें लौटा दी हैं। रविवार दोपहर दोनों देशों के बीच सतखीरा सीमा पर कालिंदी नदी के शून्य बिंदु पर नौकाओं को सौंप दिया गया। इसके बाद 18 और 19 अप्रैल को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) और बीएसएफ के कैंप कमांडरों के बीच दो दौर की फ्लैग मीटिंग हुई।
ढाका ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, कालिंदी नदी पर आयोजित मीटिंग में बीजीबी कोइखाली कैंप कमांडर सूबेदार अबू बकर और बीएसएफ शमशेरनगर कैंप कमांडर शामिल हुए। सूबेदार अबू बकर ने पुष्टि की कि बीएसएफ ने जाल, रस्सियों, सामान और उसमें मौजूद सभी पैसों के साथ दो नावें लौटा दीं। दोनों पक्षों ने सख्त सीमा सुरक्षा सुनिश्चित करने और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
यह घटना 15 अप्रैल की है, जब बीएसएफ कर्मियों ने कथित तौर पर एक स्पीडबोट में बांग्लादेशी क्षेत्र में प्रवेश किया और बोयारसिंह क्षेत्र में मछली पकड़ रहे मछुआरों की नावों को जब्त कर लिया। घटना के बाद, श्यामनगर उपजिला के टेंगरा खली, मानिकपुर और शैलखली गांवों के आठ मछुआरे दो दिनों में जंगल के रास्ते पैदल घर लौट आए। इसके जवाब में बीजीबी ने औपचारिक विरोध दर्ज कराया और बीएसएफ को फ्लैग मीटिंग के लिए आमंत्रित किया।