बर्लिन: जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और यूक्रेन के
राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने बर्लिन में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
कर यूक्रेन युद्ध को लेकर उभरती कूटनीतिक पहल और संभावित शांति प्रक्रिया
पर अपने-अपने रुख स्पष्ट किए।
दोनों नेताओं की इस संयुक्त प्रेस वार्ता को
यूक्रेन संकट पर संभावित शांति प्रक्रिया की दिशा में एक अहम कूटनीतिक
संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
संघर्षविराम की संभावना बढ़ी : जर्मनी-यूक्रेन वार्ता में दिखी नई कूटनीतिक गति
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि
यूक्रेन चाहता है कि उसके राष्ट्रीय हितों का सम्मान किया जाए और उन्हें यह
भरोसा है कि सहयोगी देश उसकी बात सुन रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि किसी
भी शांति समझौते के लिए ठोस और प्रभावी सुरक्षा गारंटी अनिवार्य है।
जब तक
इन गारंटियों पर स्पष्टता नहीं होगी, तब तक सीमाओं और क्षेत्रों से जुड़े
फैसलों पर विचार संभव नहीं है। ज़ेलेंस्की ने स्वीकार किया कि क्षेत्रीय
मुद्दे यूक्रेन के लिए बेहद पीड़ादायक हैं।
इस दौरान यूरोपीय संघ
में जमे हुए रूसी परिसंपत्तियों के इस्तेमाल के सवाल पर मर्ज़ ने संकेत
दिया कि मौजूदा प्रस्ताव ही ऐसा विकल्प है जिसे यूरोपीय संघ के मतदान
नियमों के तहत पारित किया जा सकता है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस
सप्ताह होने वाली यूरोपीय परिषद की बैठक में इस मुद्दे पर सहमति नहीं बनती,
तो इससे यूरोपीय संघ की विश्वसनीयता और निर्णय लेने की क्षमता को गंभीर
नुकसान पहुंच सकता है।
