सियोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने
भ्रष्टाचार जांच कार्यालय की हिरासत से बचने के लिए कानूनी मोर्चा खोल
दिया। येओल के वकीलों ने सोमवार को महाभियोगाधीन राष्ट्रपति को हिरासत में
लेने के वारंट को निष्पादित करने के पिछले सप्ताह के प्रयास पर राज्य
भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी के प्रमुख और 10 अन्य लोगों के खिलाफ अभियोजन
पक्ष में शिकायत दर्ज कराई है। वकील युन गैप-ग्यून ने यह जानकारी दी।
द
कोरिया टाइम्स समाचार पत्र के अनुसार, उच्च अधिकारियों के भ्रष्टाचार जांच
कार्यालय (सीआईओ) ने शुक्रवार को यून के हिरासत वारंट पर तामील करने की
कोशिश की। राष्ट्रपति आवास पर सुरक्षा कर्मचारियों के साथ एक घंटे तक टकराव
हुआ। अब येओल के वकीलों ने सीआईओ प्रमुख ओह डोंग-वून और अन्य के खिलाफ
सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट अभियोजक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत में दावा किया गया कि सीआईओ ने राष्ट्रपति को हिरासत में लेने और
उसके आवास की तलाशी लेने के लिए अवैध रूप से वारंट निष्पादित किया। वकीलों
ने तर्क दिया कि सीआईओ के पास इस प्रयास के लिए पुलिस अधिकारियों को जुटाने
का कोई अधिकार नहीं था। टीम ने कार्यवाहक राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के
आयुक्त-जनरल ली हो-यंग और कार्यवाहक रक्षामंत्री किम सियोन-हो के खिलाफ भी
शिकायतें दर्ज कराई हैं।