बीजिंग, । पांच साल के लंबे अंतराल के बाद एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल रविवार को चीन पहुंचा है। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी सांसद एडम स्मिथ कर रहे हैं। सन् 2019 के बाद से चीन की यात्रा करने वाला पहला अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल है।
बताया जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बीच फ़ोन पर हुई बातचीत के बाद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्यों का यह दल रविवार काे बीजिंग पहुंचा। अमेरिकी प्रतिनिधियों की इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि चीन नीति, विशेषताैर पर ताइवान क्षेत्र में विस्तार, हांगकांग के विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में चीन का हस्तक्षेप और झिंजियांग व उइगर स्वायत्त क्षेत्र के संदर्भ में अमेरिकी कांग्रेस और उससे संबद्ध संस्थाओं ने हाल के वर्षों में लगातार चीन के प्रति नकारात्मक रूख अपनाया है।
ऐसे समय में स्मिथ के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की चीन यात्रा तीन प्रमुख संकेत देती है। पहला संकेत यह है कि इससे दोनों पक्षों के बीच परामर्श के माध्यम से संवाद और आदान-प्रदान के माहौल में समग्र सुधार दिखाई देता है। इसमे द्विपक्षीय संबंधों में राष्ट्राध्यक्ष कूटनीति की मार्गदर्शक भूमिका भी रेखांकित हाेती है। दूसरे, इससे अमेरिकी कांग्रेस का चीन के साथ सीधा संपर्क, संवाद और आदान-प्रदान संभव हाेने के साथ कांग्रेस में चीन-विरोधी प्रस्तावों के बीच कांग्रेस के कुछ सदस्यों की चीन के साथ आदान-प्रदान बढ़ाने की इच्छा स्पष्ट हाेती हैं। तीसरा, यह यात्रा भविष्य में और अधिक अमेरिकी सांसदों को चीन की यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। स्मिथ ने स्वयं कहा है, "हम दोनों स्वीकार कर सकते हैं कि चीन और अमेरिका दोनों को संबंध मजबूत बनाने के लिए काम करना है और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के दौरों के बीच सात-छह साल का अंतराल नहीं होना चाहिए।"
पांच साल बाद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा चीन, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की कवायद
