सियोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल की रात पहली
बार राष्ट्रपति भवन की जगह सियोल डिटेंशन सेंटर गुजरी। हिरासत में लिए गए
येओल से कल दिनभर भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) पूछताछ की गई। उन्होंने
जांच अधिकारियों के एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। येओल के खिलाफ नेशनल
असेंबली महाभियोग प्रस्ताव पारित कर चुकी है। अब यह संवैधानिक अदालत में
विचाराधीन है। येओल को मार्शल लॉ की अल्पकालिक घोषणा के बाद विरोध का तगड़ा
सामना करना पड़ा है।
वकीलों ने कहा, येओल अब जांच में सहयोग नहीं करेंगे
द
कोरिया टाइम्स की खबर के अनुसार, उनके वकीलों ने कहा कि राष्ट्रपति येओल
मार्शल लॉ लागू करने के अपने फैसले पर विद्रोह और सत्ता के दुरुपयोग के
आरोपों पर आगे की पूछताछ में सहयोग नहीं करेंगे। वकीलों के अनुसार येओल
गुरुवार को सीआईओ में उपस्थित नहीं होंगे। यून की हालत अच्छी नहीं है।
सवालों पर चुप रहे
यून
को बुधवार सुबह राष्ट्रपति आवास से हिरासत में लेकर सीआईओ मुख्यालय ले
जाया गया। रात 9:40 बजे तक चले दो पूछताछ सत्रों के दौरान राष्ट्रपति ने
चुप रहने के अपने अधिकार का प्रयोग किया। सीआईओ गुरुवार दोपहर दो बजे उनसे
पूछताछ करने की योजना बना रहा है। राष्ट्रपति इस समय ग्योंगगी प्रांत के
ग्वाचेन में सियोल डिटेंशन सेंटर में हैं।
हिरासत की वैधता को चुनौती
द
कोरिया हेराल्ड की खबर के अनुसार, 64 वर्षीय राष्ट्रपति के वकीलों ने उनकी
हिरासत की वैधता को चुनौती दी है। बचाव पक्ष के वकील यून कप-क्यून ने कहा
कि राष्ट्रपति यून का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। उन्होंने कल ही अपनी स्थिति
स्पष्ट कर दी थी। उधर, बुधवार को सीआईओ में राष्ट्रपति कथित तौर पर 10 घंटे
40 मिनट तक चुप रहे। जब उनसे उनके नाम, पते और व्यवसाय के बारे में पूछा
गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने पूछताछ के बारे में तैयार
रिपोर्ट पर हस्ताक्षर भी नहीं किए।
आगे क्या
येओल की हिरासत
अवधि शुक्रवार सुबह 10:33 बजे खत्म होगी। उम्मीद की जा रही है सीआईओ अदालत
से दो माह की हिरासत के लिए नया वारंट जारी करने का अनुरोध करेगा। दक्षिण
कोरिया में अदालतें दो प्रकार के वारंट जारी करती हैं। आपराधिक प्रक्रिया
अधिनियम के अनुच्छेद 200-2 संदिग्धों को 48 घंटे तक हिरासत में रखने का
अधिकार देता है। दूसरा अधिनियम के अनुच्छेद 201 में संदिग्धों को दो महीने
बाद तक हिरासत में रखने की अनुमति देता है। अभियोजन पक्ष और सीआईओ येओल को
दोषी ठहराने से पहले जांच के लिए 20 दिन तक हिरासत में रखने पर सहमत हुए
हैं। इस बीच येओल कानूनी टीम ने सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सियोल
पश्चिमी जिला न्यायालय के यून को हिरासत में लेने के प्रारंभिक वारंट की
समीक्षा करने का अनुरोध किया है।