कोलकाता। तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहाई के बाद, अनुव्रत मंडल
ने खुद को फिर से बीरभूम जिला तृणमूल के अध्यक्ष के रूप में घोषित किया था।
सोमवार को सिउड़ी की एक सभा से उन्होंने यह बताया कि वे और कितने दिनों तक
इस पद पर बने रहेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी अनुव्रत ने कहा कि
वे और उनके सहयोगी नुरुल, दोनों 2026 में ममता बनर्जी को चौथी बार
मुख्यमंत्री बनाने के बाद एक साथ पार्टी के पद छोड़ देंगे।
सोमवार
को सिउड़ी-2 ब्लॉक के विजय सम्मेलन के दौरान तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष नुरुल
इस्लाम ने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। नुरुल, जो जिला परिषद के
प्रमुख भी हैं, को अनुव्रत ने 'भाई' कहकर संबोधित किया और उन्हें पद छोड़ने
से रोका। अनुव्रत ने कहा कि जब 2026 में ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री
बनाएंगे, तभी हम दोनों पार्टी के पद छोड़ेंगे।
सिउड़ी-2 ब्लॉक से
ही अनुव्रत का राजनीतिक सफर शुरू हुआ था, लेकिन इस बार उन्होंने इस परंपरा
को तोड़ा और तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद पहली सभा मुरारई में की। नुरुल
हमेशा से अनुव्रत के करीबी माने जाते रहे हैं और दोनों ने साथ ही राजनीति
की शुरुआत की थी। नुरुल ने हाल ही में पार्टी नेतृत्व को ब्लॉक अध्यक्ष पद
छोड़ने की सूचना दी थी, लेकिन अनुव्रत ने उन्हें इसे टालने के लिए कहा।
तृणमूल
में कभी सख्त और विवादित बयानों के लिए जाने जाने वाले अनुव्रत के बयानों
में अब वह तीखापन नहीं दिखता। पहले जो नेता उनके आसपास देखे जाते थे, अब वे
भी उनकी छांव में कम नजर आते हैं। जिस कोर कमेटी के साथ कभी उनका विवाद
हुआ था, उसकी भी अनुव्रत ने सराहना की। उन्होंने कहा, "मेरी उम्र अब काफी
हो गई है। अब समय है कि हम बीरभूम में नई क्रांति लाएं। हम सभी को साथ लेकर
चलेंगे और किसी भी तरह का विभाजन नहीं करेंगे। हमारा मकसद अब सिर्फ लोगों
की सेवा करना है।"
अनुव्रत ने यह भी कहा कि वे किसी भी प्रकार की
गलत गतिविधियों को नहीं बर्दाश्त करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं गलत काम नहीं
करूंगा और न किसी को करने दूंगा। गलत कामों से कभी कुछ अच्छा नहीं होता।