कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय ने रैगिंग पर रोक लगाने के लिए
एक बड़ा कदम उठाते हुए रैगिंग में शामिल छात्रों की मार्कशीट रोकने का
फैसला किया है। विश्वविद्यालय की एंटी-रैगिंग कमेटी का यह निर्णय छात्रों
में अनुशासन कायम करने और रैगिंग को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
यह
मामला अगस्त 2023 का है, जब मेन हॉस्टल की तीसरी मंजिल से गिरकर एक प्रथम
वर्ष के छात्र की मौत हो गई थी। इस घटना में 14 आरोपित छात्रों पर पॉक्सो
एक्ट के तहत मामला दर्ज है, और वे जेल में हैं। लेकिन कई अन्य आरोपित छात्र
अब भी हॉस्टल में रह रहे हैं और कक्षाओं में भाग ले रहे हैं।
हाल
ही में हुई एंटी-रैगिंग कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया कि कोर्ट के
निर्देश के बावजूद, रैगिंग में शामिल छात्रों को मार्कशीट जारी नहीं की
जाएगी। इससे उनके लिए नौकरी या उच्च शिक्षा प्राप्त करना कठिन हो जाएगा।
इससे
पहले विश्वविद्यालय ने कुछ छात्रों को निलंबित और अस्थायी रूप से
निष्कासित करने जैसे कदम उठाए थे। हालांकि, 15 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई
पर हाई कोर्ट द्वारा रोक लगाने से मामला और जटिल हो गया।
इस फैसले
के बाद, विश्वविद्यालय में रैगिंग रोकने की दिशा में सकारात्मक प्रभाव
पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही, यह निर्णय छात्रों को अनुशासन में
रखने और सुरक्षित माहौल बनाने के लिए एक मजबूत संदेश देगा। अगस्त 2023 की
घटना से जुड़े मामले की सुनवाई आज अलीपुर कोर्ट में पॉक्सो विशेष अदालत में
होनी है।