खड़गपुर, । दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल में स्वच्छता पखवाड़ा–2025 के अंतर्गत रविवार को “स्वच्छ स्टेशन – क्लीन स्टेशन” अभियान धूमधाम से चलाया गया। मंडल के सभी प्रमुख और छोटे स्टेशनों पर एक साथ सफाई अभियान चलने से स्टेशन परिसर झिलमिला उठे।
रेल प्रशासन ने इस बार सफाई को औपचारिकता नहीं, बल्कि ‘जनभागीदारी से जनअभियान’ के रूप में लिया। सुबह से ही रेलवे कर्मचारी, हाउसकीपिंग स्टाफ, अधिकारी, और स्थानीय नागरिक सफाई कार्य में जुट गए। प्लेटफॉर्म, प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, परिसंचारी क्षेत्र, नालियां और शौचालयों की गहन सफाई की गई।
यात्रियों को प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील करते हुए रेलवे ने ‘प्लास्टिक-मुक्त स्टेशन’ बनाने का संकल्प दोहराया। खड़गपुर और शालीमार स्टेशनों पर बोतल क्रशिंग मशीनों के उपयोग को बढ़ावा दिया गया, ताकि फेंकी गई प्लास्टिक बोतलें नालियों को जाम न करें और स्टेशन परिसर स्वच्छ बने रहें। अन्य स्टेशनों पर भी सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व) निधि से ऐसे यंत्र लगाए जाने की तैयारी है।
स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी अभियान का हिस्सा बनाया गया। स्टेशनों पर बायोडिग्रेडेबल और नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगाए गए हैं। वहीं, मंडल प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी सौर ऊर्जा उपकरण पूर्ण रूप से क्रियाशील रहें, ताकि सतत विकास के लक्ष्य को बल मिले।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि उद्देश्य केवल सफाई करना नहीं, बल्कि “जीरो वेस्ट प्लेटफॉर्म” की दिशा में कदम बढ़ाना है, जहां यात्रियों को स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण–अनुकूल माहौल मिले।
अभियान के दौरान यात्रियों को जागरूक करने के लिए घोषणाएं की गईं, पोस्टर लगाए गए और बच्चों को ‘स्वच्छ रेल – स्वच्छ भारत’ के संदेश पर पेंटिंग बनाते देखा गया। स्टेशन परिसर में हर तरफ “कचरा मुक्त रेलवे” का संदेश गूंजता रहा।
खड़गपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि यह अभियान केवल दो हफ्तों का नहीं, बल्कि रेल परिवार का निरंतर प्रयास है कि हर यात्री स्वच्छता का भागीदार बने। हमारा लक्ष्य है –स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत।
खड़गपुर मंडल ने इस आयोजन से यह संदेश स्पष्ट कर दिया है कि जब संकल्प सामूहिक हो, तो सफाई केवल ज़िम्मेदारी नहीं, गर्व बन जाती है।
खड़गपुर मंडल में चमके स्टेशन, स्वच्छता पखवाड़े के तहत ‘क्लीन स्टेशन ड्राइव’ से निखरी तस्वीर
