कोलकाता। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) ने रणनीतिक सीमा राज्य
सिक्किम में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना बनाई है। एनसीसी के महानिदेशक
(डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह की गंगटोक यात्रा के बाद यह जानकारी
सामने आई है। इस योजना के तहत हिमालयी राज्य में एनसीसी मुख्यालय और एक
प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा। फिलहाल, सिक्किम के कैडेट पश्चिम
बंगाल और सिक्किम निदेशालय के अंतर्गत आते हैं, जिसकी कुल ताकत एक लाख से
अधिक है।
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने नार बहादुर भंडारी सरकारी कॉलेज
में एक सिक्किम गर्ल्स बटालियन और तीन सिक्किम बटालियन के कैडेटों से
मुलाकात की। उन्होंने कैडेटों से बातचीत के दौरान एनसीसी द्वारा प्रदान किए
जाने वाले अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनसीसी का प्रशिक्षण
युवाओं को अनुशासित नागरिक बनने में मदद करता है और रक्षा बलों में करियर
के विकल्प भी प्रदान करता है।
जो कैडेट 'सी' सर्टिफिकेट उच्च अंकों
के साथ प्राप्त करते हैं, उन्हें संयुक्त रक्षा सेवा (सीडीएस) की लिखित
परीक्षा से छूट मिलती है। एनसीसी कैडेटों को लिखित परीक्षा और सेवा चयन
बोर्ड (एसएसबी) साक्षात्कार में सफलता हासिल करने के लिए भी प्रशिक्षित
करता है, जो राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) चयन प्रक्रिया का हिस्सा हैं।
राष्ट्रीय
शिक्षा नीति 2020 के तहत एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल
किया गया है, जिसके बाद कई शैक्षणिक संस्थानों ने इसे अपने पाठ्यक्रम में
अपनाया है। 2024-25 के बजट में एनसीसी के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट दो
हजार 740 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है।
कोरोना महामारी के दौरान
लगभग 50 हजार एनसीसी कैडेटों ने उल्लेखनीय सेवा प्रदान की। एनसीसी कैडेट हर
बार नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए तैयार रहते हैं, चाहे वह त्योहारों
या बड़े आयोजनों के दौरान यातायात प्रबंधन हो या प्राकृतिक आपदाओं के समय
राहत कार्य।