कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु
अधिकारी को बांग्लादेशी कट्टरपंथी संगठनों की संभावित धमकियों के मद्देनजर
सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने यह
सूचना दी है कि बांग्लादेश-आधारित कट्टरपंथी समूहों, जैसे
जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी), के कुछ
सदस्य भारत में घुसपैठ कर चुके हैं और शुभेंदु अधिकारी को निशाना बना सकते
हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार के साथ मिलकर
शुभेंदु अधिकारी की सुरक्षा बढ़ाने पर काम शुरू कर दिया है। नवान्न स्थित
राज्य सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय ने अधिकारी
की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार के साथ समन्वय बढ़ाने
की इच्छा जताई है।
गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से उन सार्वजनिक
कार्यक्रमों की जानकारी मांगी है, जहां शुभेंदु अधिकारी हिस्सा लेंगे, ताकि
संवेदनशील स्थानों पर विशेष सुरक्षा उपाय किए जा सकें।
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बुलेट-प्रूफ वाहन और सेल्फी पर प्रतिबंध
संवेदनशील
क्षेत्रों, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास आयोजित कार्यक्रमों में
शुभेंदु अधिकारी के लिए बुलेट-प्रूफ वाहन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। साथ
ही, इन कार्यक्रमों में अधिकारी के साथ सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध लगाया
जा सकता है, ताकि सुरक्षा के खतरे को कम किया जा सके।
हाल ही में
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने राज्य सचिवालय को दो बार इनपुट भेजकर जानकारी
दी है कि शुभेंदु अधिकारी बांग्लादेशी संगठनों के निशाने पर हैं। रिपोर्ट
में कहा गया है कि अधिकारी को उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान हमला
किया जा सकता है। उन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और हिंदू धार्मिक
स्थलों पर हुए हमलों के मुद्दे पर खुलकर बयान दिए हैं, जो इन संगठनों के
गुस्से का कारण बने हैं।
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सुरक्षा श्रेणी में बदलाव
नवंबर
2024 तक शुभेंदु अधिकारी को पश्चिम बंगाल में ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा
प्राप्त थी, जबकि राज्य के बाहर ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाती थी। लेकिन
केंद्रीय खुफिया रिपोर्ट में बताए गए खतरे को देखते हुए अब उन्हें पूरे
भारत में ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी। केंद्र और राज्य सरकार
की साझा कोशिशों से शुभेंदु अधिकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर
संभव कदम उठाए जा रहे हैं।