लखनऊ
, । राजधानी लखनऊ के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में पायसम
संस्था द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आनंद उत्सव – स्पोर्ट्स मेला 2025 में
दिव्यांग बच्चों ने अपनी अद्भुत प्रतिभा से सबका मन मोह लिया। ऑटिज्म,
मानसिक मंदता, सेरेब्रल पाल्सी और डाउन सिंड्रोम से पीड़ित विशेष बच्चों ने
अपने-अपने खेल दिखाए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी
धैर्यानंद ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों में अपार क्षमता होती
है, आवश्यकता है तो केवल उन्हें उचित अवसर और मंच देने की। पायसम जैसे
प्रयास समाज को सही दिशा में ले जा रहे हैं। इस अवसर पर अति विशिष्ट अतिथि
स्वामी वासुदेवानंद भी मौजूद रहे। उद्घाटन सत्र में डॉ. पुनीता माणिक और
विजय प्रताप सिंह भी शामिल रहे।
यह आयोजन स्पेशल ओलंपिक थीम पर
आधारित रहा, जिसमें लखनऊ और कानपुर के 14 विशेष विद्यालयों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में 250 से अधिक विशेष बच्चों ने 100 मीटर रेस, लॉन्ग जंप, शॉट
पुट, सॉफ्ट बॉल थ्रो, रिले रेस और बाउची जैसे खेलों में हिस्सा लिया। तीन
दिवसीय कार्यक्रम में पहले दिन एबिलिटी टेस्ट, दूसरे दिन प्रतिस्पर्धी
प्रतियोगिताएँ और तीसरे दिन समावेशी खेल आयोजित हुए। समापन समारोह में
विजेताओं को मेडल और परमहंस योगानंद रनिंग ट्रॉफी प्रदान की गई, जिसमें
नवदीप विशिष्ट विद्यालय विजेता रहा। इन बच्चों के लिए पायसम संस्था पिछले
20 वर्षों से समाज में जागरूकता और समान अवसर की दिशा में कार्य कर रही है।
कार्यक्रम
में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जनजागरूकता गतिविधियाँ भी हुईं। संचालन
श्रीमती अंजू मिश्रा डायरेक्टर, शिक्षण एवं प्रशिक्षण) ने किया जबकि
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नवल चंद्र पंत चेयरमैन, पायसम ने किया।
आनंद उत्सव स्पोर्ट्स मेला में दिव्यांग बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा, जीते पुरस्कार के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में आयाेजन
