कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक
बनर्जी अगले तीन दिनों में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ दो अहम
वर्चुअल बैठकें करने जा रहे हैं। इन बैठकों में मतदाता सूची से जुड़े
मुद्दों के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा
होगी। पहली बैठक 26 दिसंबर और दूसरी 28 दिसंबर को होगी।
पहली बैठक
26 दिसंबर को होगी। यह बैठक पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के प्रारूप पर
दावे और आपत्तियों की सुनवाई शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बुलाई गई है। पार्टी
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में विभिन्न स्तरों के करीब पांच हजार नेता और
बूथ स्तर एजेंट शामिल होंगे। बैठक के दौरान अभिषेक बनर्जी यह स्पष्ट
करेंगे कि सुनवाई प्रक्रिया के दौरान बूथ स्तर एजेंटों की भूमिका क्या होगी
और उन्हें किन जिम्मेदारियों का पालन करना है।
इसके साथ ही जिला
स्तर के नेताओं को भी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। इन्हें सुनवाई के दौरान बूथ
स्तर एजेंटों के कामकाज की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, ताकि किसी
भी स्तर पर चूक न हो। दूसरी वर्चुअल बैठक 28 दिसंबर को प्रस्तावित
है। इस बैठक में अभिषेक बनर्जी वर्ष 2026 के मध्य तक होने वाले विधानसभा
चुनाव को लेकर व्यापक प्रचार अभियान की रूपरेखा पेश करेंगे।
पार्टी
सूत्रों का कहना है कि बैठक में यह तय किया जाएगा कि अगले साल की शुरुआत
से जनता के बीच किस तरह से अभियान चलाया जाए। बैठक में राज्य सरकार की
विभिन्न विकास योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की उपलब्धियों को आम
लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा। यह भी बताया जाएगा कि इन योजनाओं से
जनता को किस तरह लाभ मिला है। इसके अलावा पार्टी के भीतर चल रहे आपसी
मतभेदों और गुटबाजी को लेकर भी सख्त संदेश दिए जाने की संभावना है। पार्टी
नेतृत्व का मानना है कि इस तरह की गतिविधियों से संगठन की छवि को नुकसान
पहुंच रहा है।
दोनों बैठकें पूरी तरह वर्चुअल माध्यम से होंगी।
पार्टी के सभी निर्वाचित सांसदों, विधायकों, नगर निगमों और नगरपालिकाओं के
प्रमुखों तथा जिला परिषद के अध्यक्षों को इन बैठकों में शामिल होने के
निर्देश दिए गए हैं। अभिषेक बनर्जी ने यह भी संकेत दिया है कि वह
जनवरी से खुद राज्यभर में चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे। इस दौरान वह
विभिन्न जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और रोड शो में भी हिस्सा
लेंगे।