धमतरी, बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान मोंथा का असर धमतरी जिले में भी देखने को मिल रहा है। बुधवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और रुक-रुककर हल्की बारिश के साथ ठंडी हवाएं चलती रहीं। मौसम में आए अचानक बदलाव से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। ठंडी हवाओं से वातावरण में ठिठुरन का अहसास होने लगा है और लोगों की सेहत पर भी इसका असर देखा जा रहा है।
अचानक हुई बेमौसम बारिश ने खरीफ सीजन की तैयार धान फसल की कटाई-मिंजाई में लगे किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में गिरी फसल भीगने लगी है, जिससे धान की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। कई किसानों ने बारिश की आशंका को देखते हुए अपने खेतों में रखे बीड़ा को एकत्रित कर घरों में या तिरपाल व पॉलीथिन से ढककर सुरक्षित करने की व्यवस्था की है। दिवाली के बाद से मौसम का मिजाज लगातार बिगड़ा हुआ है। बीते तीन दिनों से जिले में छिटपुट बारिश का दौर जारी है। मंगलवार के बाद बुधवार को भी हल्की बारिश हुई, जिससे खेतों में नमी बढ़ गई और फसल कटाई का कार्य प्रभावित हुआ। किसान खेत गीला होने के कारण हार्वेस्टर मशीनें भी नहीं चला पा रहे हैं। ग्राम अर्जुनी के जोहत सिन्हा, अनिल कुमार साहू सहित अन्य किसानों का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो तैयार फसल को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। कई किसानों ने बताया कि कटाई-मिंजाई के बाद धान की चमक फीकी पड़ गई है, जिससे उत्पादन की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में हल्की बारिश की संभावना जताई है, जिससे किसानों की बेचैनी और बढ़ गई है। धमतरी जिले के चारों ब्लॉक धमतरी नगरी कुरूद मगरलोड में जिले के किसानों ने बड़े पैमाने पर खरीफ फसल के रूप में धान की फसल लगाई हुई है। फसल कटाई के समय बेमौसम बारिश से फसल को लगातार नुकसान हो रहा है। किसान चाहकर भी हार्वेस्टर मशीन से फसल कटाई भी नहीं कर पा रहे क्योंकि खेत गीला है ऐसे में किसानों को फसल के नुकसान होने की चिंता सता रही है। अब किसानों को साफ मौसम का इंतजार है ताकि वे खेतों में फसल कटाई का कार्य तेजी से पूरा कर सकें।
धमतरी में ‘मोंथा’ तूफान का असर, बेमौसम बारिश से बढ़ी किसानों की चिंता
