गाजा, । गाजा के सबसे बड़े शहर में अकाल की आधिकारिक घोषणा के बीच शनिवार को इजराइली हमलों में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अस्पतालों के अनुसार, हवाई हमलों और गोलीबारी में मारे गए लोगों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे थे।
खान यूनिस में लगाए गए तंबुओं पर हुए हमलों में 14 लोगों की मौत हुई, जहां हजारों विस्थापित लोग शरण लिए हुए हैं। नासिर अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पीड़ितों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल थे। एक शोकाकुल परिजन ने कहा, "पूरे गाजा पर बमबारी हो रही है।"
इसी बीच, उत्तरी गाजा में जिकीम क्रॉसिंग के पास सहायता पाने की कोशिश कर रहे पांच लोगों को इजराइली गोलीबारी में जान गंवानी पड़ी। ये वो इलाका है जहां से संयुक्त राष्ट्र और अन्य एजेंसियों के काफिले गाजा में प्रवेश करते हैं। इसके अलावा, अलग-अलग हमलों में छह और लोगों की मौत हुई।
वैश्विक खाद्य संकट पर नजर रखने वाली शीर्ष एजेंसी ने शुक्रवार को गाजा सिटी और आसपास के क्षेत्रों में अकाल की पुष्टि की, जिससे इजराइल पर मानवीय सहायता की अनुमति देने का दबाव और बढ़ गया है। अंतरराष्ट्रीय राहत संगठनों ने चेतावनी दी है कि युद्ध और खाद्य आपूर्ति पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण गाजा में भुखमरी तेजी से बढ़ रही है।
हालांकि, इजराइल ने अकाल संबंधी रिपोर्ट को "झूठ" करार दिया है और गाजा सिटी पर नियंत्रण के लिए सैन्य कार्रवाई की तैयारियां जारी रखी हैं। वहीं, युद्धविराम के प्रयास फिलहाल ठप पड़े हैं क्योंकि मध्यस्थ इजराइल के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गाजा युद्ध की शुरुआत 07 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले से हुई थी, जिसमें 1200 लोगों की मौत और 250 लोगों का अपहरण हुआ था। तब से अब तक, गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक 62,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
गाजा में इजराइली हमलों में 25 की मौत, अकाल की घोषणा के बाद बढ़ा दबाव
