पूर्वी सिंहभूम, टाटा स्टील ने इस वर्ष अपने कर्मचारियों को 16.68 प्रतिशत का बोनस देने की घोषणा की है। यह बोनस 6 सितंबर 2025 को सीधे कर्मचारियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। कंपनी की ओर से तय की गई कुल बोनस राशि 303.12 करोड़ रुपये है। इस राशि में से जमशेदपुर स्थित ट्यूब्स डिवीजन के 11,446 कर्मचारियों को 152.44 करोड़ रुपये का वितरण किया जाएगा।
28 अगस्त 2025 को टाटा स्टील प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच बोनस को लेकर समझौता हुआ। इस बार बोनस तय करने के लिए एक विशेष फार्मूला अपनाया गया, जिसके तहत कंपनी के 9255.05 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ का 1.5 प्रतिशत यानी 138.83 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए। इसके अतिरिक्त 14.83 टन स्टील के उत्पादन का 1.5 प्रतिशत मूल्य 41.5 करोड़ रुपये के रूप में जोड़ा गया। उत्पादकता को ध्यान में रखते हुए 87.5 करोड़ रुपये और सुरक्षा के मद में 5 करोड़ रुपये जोड़े गए, जिससे कुल राशि 272.83 करोड़ रुपये बनी। इसके बाद यूनियन के अनुरोध पर प्रबंधन ने अतिरिक्त 30.30 करोड़ रुपये देने का निर्णय लिया, जिससे अंतिम बोनस राशि बढ़कर 303.12 करोड़ रुपये हो गई।
हालांकि इस बार का बोनस पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा कम है। बीते वर्षों में औसतन 20 प्रतिशत तक बोनस दिया जाता रहा है, लेकिन इस वर्ष कंपनी के मुनाफे में आई गिरावट के कारण राशि में कटौती देखी गई। जहां पिछले साल टाटा स्टील ने 11,275.09 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था, वहीं इस साल यह घटकर 9255 करोड़ रुपये रह गया है।
बोनस समझौते के दौरान टाटा स्टील के एमडी सह सीईओ टीवी नरेंद्रन और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नू मौजूद रहे। यूनियन की ओर से बोनस में कटौती पर चिंता जताई गई, जिसके बाद लगातार बातचीत कर पुराने स्तर की राशि सुनिश्चित की गई।
समझौते के अनुसार, पुराने वेतनमान के कर्मचारियों को अधिकतम 3,92,213 रुपये, जबकि ‘एस ग्रेड’ के कर्मचारियों को अधिकतम 1,10,547 रुपये और न्यूनतम 39,004 रुपये का बोनस मिलेगा।