पटना,। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के लिए
राज्य की 243 विधानसभा सीटों में से 122 पर आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हो
गया। इस चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर लगभग 3.7 करोड़ मतदाता 1,302
उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सीमांचल सहित 20 जिलों में सुरक्षा
के लिए चार लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इस चरण में
45,399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 40,073 ग्रामीण और 5326 शहरी बूथ
हैं।
जिन 20 जिलों में मतदान शुरू हुआ है, उनमें पश्चिमी चंपारण,
पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज,
पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद,
अरवल, कैमूर और रोहतास शामिल हैं। इस चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के
कई मंत्री मैदान में हैं। इनमें सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, चकाई से
सुमित कुमार सिंह, झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, अमरपुर से जयंत राज, छातापुर
से नीरज कुमार सिंह बबलू, बेतिया से रेणु देवी, धमदाहा से लेशी सिंह,
हरसिद्धि से कृष्णनंदन पासवान और चैनपुर से जमा खान शामिल हैं।
दूसरे
चरण में महागठबंधन की ओर से राजद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा
अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, कटिहार की
कदवा सीट से कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, तथा भाकपा (माले)
विधायक दल के नेता महबूब आलम उम्मीदवार हैं। दूसरे चरण में राष्ट्रीय
जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 53
उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। पहले चरण में भाजपा के 48
उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। जनता दल (यूनाइटेड) के
44, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 15, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो)
के चार और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के छह उम्मीदवार भी दूसरे चरण में
चुनावी मैदान में हैं।
क्षेत्रफल के लिहाज से इस चरण का सबसे छोटा
विधानसभा क्षेत्र भागलपुर (23.887 वर्ग किलोमीटर) है, जबकि सबसे बड़ा
चैनपुर (1814.15 वर्ग किलोमीटर) है। मतदाताओं की संख्या के अनुसार मखदुमपुर
में सबसे कम 2,47,574, और हिसुआ में सबसे अधिक 3,67,667 मतदाता हैं। बिहार
के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने कहा कि दूसरे चरण के मतदान के लिए सभी
जिलों में सुरक्षा बलों की व्यापक तैनाती की गई है। कई जिले अंतरराष्ट्रीय
और अंतरराज्यीय सीमाओं से सटे हैं, जिसके चलते अतिरिक्त सतर्कता बरती जा
रही है। भारत-नेपाल सीमा से सटे सात जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और
मजबूत किया गया है। वहीं झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीमाओं
से लगे जिलों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि
अंतरराष्ट्रीय सीमा को शनिवार से पूरी तरह सील कर दिया गया। अंतरराज्यीय
सीमाएं रविवार शाम बंद कर दी गईं। डीजीपी ने कहा कि दूसरे चरण में केंद्रीय
सुरक्षा बलों की कुल 1,650 कंपनियां तैनात हैं।

