बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने
आशंका जताई है कि उनके बेटे ने किसी अनजान व्यक्ति के बहकावे में आकर
आत्महत्या कर ली थी। उन्हाेंने आत्महत्या की वजह जानने के लिए तहरीर देकर
पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के
आधार पर मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी।
उन्होंने
पुलिस से अनुरोध किया है कि सूर्यांश के लैपटॉप और मोबाइल को अपनी कस्टडी
में लेकर फॉरेंसिक लैब के माध्यम से खुलवाया जाए, ताकि आत्महत्या के पीछे
की वजह सामने आ सके। उन्होंने यह भी बताया कि मानसिक पीड़ा और उलझन के कारण
तहरीर देने में कुछ विलंब हो गया।
नागेश खरे का कहना है कि उनका परिवार आज तक यह नहीं समझ
पाया कि सूर्यांश ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया। मृतक का लैपटॉप और
मोबाइल फोन पासवर्ड से लॉक हैं, जिसके कारण किसी भी तरह की जानकारी नहीं
मिल पा रही है।
उन्होंने आशंका जताई है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके
पुत्र को आत्महत्या के लिए मानसिक रूप से दुष्प्रेरित किया है, जिसकी
सच्चाई मोबाइल और लैपटॉप के डेटा से सामने आ सकती है।

