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बहकावे में आकर बेटे ने की थी खुदकुशी, पिता ने दी तहरीर



बांदा:  उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने आशंका जताई है कि उनके बेटे ने किसी अनजान व्यक्ति के बहकावे में आकर आत्महत्या कर ली थी। उन्हाेंने आत्महत्या की वजह जानने के लिए तहरीर देकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी।



बलखंडी नाका निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता नागेश खरे ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनका इकलौता बेटा सूर्यांश खरे 2 नवंबर को घर में अकेला था। सुबह करीब 11.37 बजे उसने अपनी मां से फोन पर बातचीत की थी और उस समय वह पूरी तरह सामान्य था। शाम करीब चार बजे जब वह पत्नी और छोटी पुत्री के साथ घर लौटे तो पीछे वाले कमरे में सूर्यांश का शव दुपट्टे के सहारे फांसी पर लटका मिला।


घटना से घबराकर उन्होंने शोर मचाया, जिस पर मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंचे और सूर्यांश को तत्काल ड्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अगले दिन तीन नवंबर को बांदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम कराया गया।


नागेश खरे का कहना है कि उनका परिवार आज तक यह नहीं समझ पाया कि सूर्यांश ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया। मृतक का लैपटॉप और मोबाइल फोन पासवर्ड से लॉक हैं, जिसके कारण किसी भी तरह की जानकारी नहीं मिल पा रही है।


 उन्होंने आशंका जताई है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके पुत्र को आत्महत्या के लिए मानसिक रूप से दुष्प्रेरित किया है, जिसकी सच्चाई मोबाइल और लैपटॉप के डेटा से सामने आ सकती है।


उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि सूर्यांश के लैपटॉप और मोबाइल को अपनी कस्टडी में लेकर फॉरेंसिक लैब के माध्यम से खुलवाया जाए, ताकि आत्महत्या के पीछे की वजह सामने आ सके। उन्होंने यह भी बताया कि मानसिक पीड़ा और उलझन के कारण तहरीर देने में कुछ विलंब हो गया।


कोतवाली प्रभारी बलराम सिंह बुधवार काे बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। फॉरेंसिक जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का खुलासा हो सकेगा।