नई
दिल्ली। एकीकृत स्वास्थ्य और यूनानी चिकित्सा पर आज से
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन राजधानी के विज्ञान भवन में शुरू होने जा
रहा है। इसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगी। यूनानी दिवस पर
आयोजित हो रहे इस सम्मेलन का विषय एकीकृत स्वास्थ्य समाधान के लिए यूनानी
चिकित्सा में नवाचार-आगे की राह है। कार्यक्रम में अमेरिका, दक्षिण
अफ्रीका, ईरान, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान,
श्रीलंका और बांग्लादेश सहित अन्य कई देशों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।
इस
अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्द्र सिंह और आयुष मंत्रालय तथा
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव
जाधव भी उपस्थित रहेंगे। जाधव ने सम्मेलन की पूर्व संध्या पर जारी बयान में
कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में यूनानी चिकित्सा के बढ़ते एकीकरण को
देखकर गर्व हो रहा है। नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देकर, हमारा लक्ष्य
व्यापक स्वास्थ्य सेवा समाधान लाना है जो आधुनिक स्वास्थ्य चुनौतियों का
समाधान करते हुए हमारी पारंपरिक प्रथाओं का सम्मान करते हैं। सरकार यूनानी
चिकित्सा के विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। आयुष मंत्रालय के
सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य
यूनानी चिकित्सा में नवीनतम प्रगति और समग्र स्वास्थ्य प्रणालियों में उनकी
उपयोगिता को उजागर करना है।
एकीकृत स्वास्थ्य और यूनानी चिकित्सा पर आज से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन विज्ञान भवन में, राष्ट्रपति करेंगी उद्घाटन
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