धमतरी,।राष्ट्रीय राजमार्ग 30 किनारे इन दिनों निकासी नाली निर्माण
किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य में अभी से अनियमितता दिख रही है।
नगरवासियों ने नाली निर्माण को गुणवत्तापूर्ण करने की बात कही है। जानकारी
के अनुसार लगभग 500 मीटर निकासी नाली निर्माण अरिहंत बर्तन दुकान से लेकर
किसन रजक पुल तक हो रहा है। इसकी लागत 27 लाख रुपये है। मुख्य मार्ग से 40
मीटर दूरी में इसका निर्माण किया जाना है।
नगर निगम के
इंजीनियरों की अगुवाई में हो रहे हैं कार्य में अभी से अनियमितता देखने को
मिल रही है। नाली निर्माण के पूर्व गड्ढा खोदा जाता है। मजदूरों ने गड्ढा
तिरछा क्या खोदा निकासी नाली का निर्माण भी तिरछा ही हो रहा है। बल्कि यहां
किसी तरह की निर्माण कार्य आसपास नहीं हुआ है।
वार्ड के कमल कुमार
साहू, पवन साहू का कहना है कि नगर निगम को निकासी निकासी नाली निर्माण के
कार्य में पारदर्शिता बरतनी चाहिए, साथ ही व्यवस्थित ढंग से यह कार्य होना
चाहिए। निगम के इंजीनियर इसका किस तरह से आंकलन कर रहे हैं, यह सोचने वाली
बात है। नाप जोख के बाद व्यवस्थित तरीके से खोदाई होनी चाहिए लेकिन नाली को
तिरछा ही खोद दिया गया है। इसके बाद ढलाई का कार्य भी तिरछे ही हो रहा है,
बल्कि इसका संज्ञान लेकर सही निर्माण कार्य होना चाहिए। वार्ड पार्षद
रितेश नेताम ने बताया कि नाली निर्माण के बीच में पेयजल पाईप लाइन के आने
के कारण सड़क के बीच से नाली निर्माण शुरू कराया गया है। वार्डवासियों की
शिकायत के संबंध में नगर निगम महापौर विजय देवांगन का कहना है कि जिस स्थान
पर निकासी नाली का निर्माण हो रहा है, वहां की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई
का आदेश देंगे।
मार्किंग कहीं निर्माण कहीं
राष्ट्रीय
राजमार्ग 30 किनारे निकासी नाली निर्माण के लिए काली मंदिर के आगे चूने से
मार्किंग की गई थी। जिस स्थान पर मार्किंग हुई है, वहां से ही नाली का
निर्माण होना था। निर्माण कार्य काफी दूर से हुआ। वार्ड के रमेश कुमार
साहू, पंकज कुमार का कहना है कि नगर निगम को निर्माण कार्यों में गंभीरता
दिखानी चाहिए इसका खामियाजा आज आने वाले समय में देखने को मिलता है।
ढाल का नहीं रखा जा रहा ध्यान
युवा
कांग्रेस जिला महासचिव संगठन प्रभारी कुलेश्वर देवांगन का कहना है कि
निकासी नाली निर्माण में उचित ढाल का होना बहुत आवश्यक है, यदि ऐसा नहीं
होता है तो पानी का बहाव सही ढंग से नहीं हो पाता और नालियां जाम रहती हैं।
निर्माण कार्य के दौरान इस प्रमुख बिंदु का ध्यान नहीं रखा जा रहा है,
बल्कि निकासी नाली के निर्माण के प्रारंभिक चरण में ही इस दिशा में विशेष
ध्यान देना चाहिए।
बना हुआ है खतरा
निकासी
नाली निर्माण का कार्य लगभग पखवाड़े भर से चल रहा है। यह कार्य जल्द से
जल्द हो जाना चाहिए लेकिन गड्ढा खोद देने के बाद यह कार्य सुस्त गति से चल
रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में 24 घंटे तक वाहनों की बदस्तूर आवाजाही
रहती है। सड़क किनारे चार से पांच फीट गड्ढा है इसकी जानकारी वाहन चालकों
को नहीं हो पाती, क्योंकि व्यवस्थित तरीके से घेरा भी नहीं किया गया है।
दिन ढलते ही कई बार ट्यूबलर पोल भी बंद हो जाता है। ऐसे में खतरा दोगुना
बढ़ जाता है इसे देखते हुए इस दिशा में ठोस कार्रवाई होनी चाहिए ताकि
दुर्घटना न हो सके।
राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे बन रही नाली निर्माण में हो रही अनियमितता
