वाराणसी। वाराणसी सहित आसपास के जिलों में भी रविवार को दिन चढ़ने
तक आसमान से जमीन तक घने कोहरे की चादर तनी रही। घने कोहरे के चलते कम
दृष्यता से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। चालक धीमी गति से
लाइट जलाकर वाहन चलाते दिखे। सुरक्षा कारणों से डिपर और इंडिकेटर का उपयोग
भी करते रहे। उधर,आम दिनों की अपेक्षा सड़कों पर आवागमन भी मौसम के चलते
प्रभावित रहा।
अवकाश का दिन होने के कारण अलसुबह ज्यादातर लोग
आवश्यक कार्य से ही घरों से निकले। वहीं, दुधिया,सब्जी वाले दुकानदार,
मजदूर, रोज कमाने खाने वाले अलसुबह से ही घने कोहरे के बीच मंडियों में
पहुंच गए। सुबह चायपान की दुकानों पर जुटे लोग भी लोग चाय की चुस्कियों के
बीच घने कोहरे और ठंड पर चर्चा करते रहे। घने कोहरे के चलते सड़क परिवहन के
साथ वायुयान और ट्रेन की सेवा भी प्रभावित हुई।
बाबतपुर एयरपोर्ट
पर दृष्यता कम होने से विमानों को लैंडिग के लिए हवा में कई चक्कर काटने
पड़े। पूर्वांह दस बजे के बाद ही एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिग हो पाई।
घने कोहरे के बीच वाराणसी में अधिकतम तापमान दोपहर 12 बजे तक 23 डिग्री
सेल्सियस और न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस,नमी 77 फीसदी और हवा की रफ्तार 11
किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई। घने कोहरे के चलते सुबह आठ बजे तक 50 मीटर की
दूरी भी स्पष्ट रूप से नही दिख रही थी। घने कोहरे के बावजूद गंगाघाटों पर
नेमी स्नानार्थियों के साथ विदेशी पर्यटक भी दिखे। घने कोहरे में भी पर्यटक
गंगा में नौकायन का आनंद लेने के साथ विदेशी परिन्दों (साईबेरियन पंक्षी )
को दाना चुगाते दिखे।