धौलपुर, । बागी, बजरी, बंदूक और खूनी बदले के लिए देश और दुनिया
में चर्चित चंबल के बीहड़ की तस्वीर अब बदलने वाली है। इसके साथ ही डांग
इलाके को संतुलित पर्यावरण की संजीवनी मिलने की भी दरकार है। चंबल के बीहड
तथा डांग इलाके में अब पौधे रोपने का काम चल रहा है। धौलपुर जिला प्रशासन
की यह कवायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "एक पेड़ मां के नाम" के आह्वान
पर राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किए गए "हरियालो राजस्थान"अभियान का एक
हिस्सा है। जिसके तहत धौलपुर जिले में पांच साल में करीब एक करोड़ पेड़
लगाने का लक्ष्य रखा गया है। हरियाली तीज पर इस अभियान का धमाकेदार आगाज हो
गया है तथा एक ही दिन में करीब ढाई लाख से अधिक पौधे रोपे जा चुके हैं।
सूबे की सरकार की मंशा मरुधरा में पांच साल में पांच करोड पेड लगाने का है।
जिसके चलते धौलपुर के डांग इलाके सहित समूची मरुधरा में भी हरियाली छाएगी।
मरुधरा में पर्यावरण संरक्षण के प्रति
लोगों के उत्साह का आलम ऐसा है कि हरियालो राजस्थान अभियान में मुख्यमंत्री
भजन लाल शर्मा की अगुवाई में प्रदेश के सभी जिलों में हरियाली तीज पर एक
करोड पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन लोगों के उत्साह के चलते ही
पहले ही दिन शाम होते-होते 2 करोड़ 7 हजार 485 पौधे लग चुके थे। इनमें वन
विभाग द्वारा अभियान के अंतर्गत आज 63 लाख 2 हजार 402, मनरेगा में 31 लाख
62 हजार 36, शिक्षा विभाग के अंतर्गत 88 लाख 22 हजार 180, अन्य विभागों की
ओर से 17 लाख 20 हजार 867 से अधिक पौधरोपण किए गए। सरकार का संकल्प पूरे
प्रदेश में इन 5 साल में 50 करोड़ पौधे लगाने का है। ऐसे में प्रति वर्ष
10 करोड़ पौधे तैयार करने के लिए प्रदेश में 50 नई नर्सरी खोली जाएंगी।
वहीं, पहले से संचालित 540 नर्सरियों का
संवर्द्धन भी किया जाएगा। सरकार की येाजना इस पौधरोपण कार्यक्रम को मनरेगा
से भी जोड़ने की है। इसमें 200 पेड़ लगाने वाले को वृक्ष मित्र बनाया
जाएगा। ऐसे हर क्षेत्र में 2 हजार वृक्ष मित्र बनेंगे, जिन्हें भुगतान भी
किया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में कोई भी इच्छुक रिटायर्ड
अधिकारी-कर्मचारी वृक्ष संरक्षक भी बन सकते हैं। पूर्वी राजस्थान के धौलपुर
जिले में अभियान के लक्ष्य तथा अब तक की प्रगति से उत्साहित जिलाधिकारी
श्रीनिधि बी टी बताया कि पूरे जिले में चल रहे वृक्षारोपण महाभियान के तहत
हरियाली तीज के अवसर पर एक ही दिन में 2 लाख 66 हजार से अधिक वृक्ष एक साथ
लगाये गये हैं। इनमें जिला स्तर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग
द्वारा 66 हजार, वन विभाग द्वारा 1 लाख एवं शिक्षा विभाग द्वारा 1 लाख
पौधों का पौधारोपण किया गया है। रोपे गए पौधों में
पीपल,बरगद,कदंब,गूलर,बेलपत्र तथा अन्य किस्म के पौधे शामिल हैं।
अभियान में रोपे गए एक-एक पेड़ की जिओ टेगिंग
मौके पर ही की गई है। जिससे उसका फॉलो अप तथा संरक्षण किया जा सकें।
वृक्षारोपण महाभियान पूरे मानसून में आगे भी अनवरत जारी रहेगा। जिलाधिकारी
ने बताया कि हरियालो राजस्थान अभियान के तहत धौलपुर जिले की वन विभाग के
तहत आने वाले सात नर्सरियों में 9 लाख 50 हजार पौधे तैयार किए गए थे। अब तक
पहले चरण में 7 लाख से अधिक पौधे भेजे जा चुके हैं, जिनको विभिन्न स्थानों
पर पौधे के रूप में रोपा गया है। इस प्रकार से करीब 75 फ़ीसदी पौधे नर्सरी
से पौधारोपण के लिए जा चुके हैं, जो आने वाले समय में धौलपुर जिले में
हरियाली का सबब बनेंगे। हरियालो राजस्थान में धौलपुर जिले में एक अनूठी
मिसाल भी देखने को मिल रही है।
अभियान
के तहत सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराकर वहां पर पौधे रोपे जा रहे
हैं। हरियाली तीज पर अभियान के आगाज पर भी पौधारोपण के लिए चारागाह जमीन
अतिक्रमण मुक्त कराई गई। इससे पूर्व भूमि पर अतिक्रमण कर फसल उगाई जा रही
थी जिसे हटाकर अभियान के अन्तर्गत हजारों पौधे एक साथ रोपित किये गए।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी सुदर्शन सिंह तौमर ने बताया कि
इन वृक्षों की तीन वर्ष तक नियमित देखभाल एवं सिंचाई की व्यवस्था की
जायेगी। देखभाल हेतु चौकीदार की नियुक्ति की जायेगी एवं ट्रीगार्ड और
पत्थरों की पाल बनाकर आवारा जानवरों से भी पौधों की समुचित सुरक्षा की
जायेगी।
जिओ टेगिंग से मिलेगा पौधों को जीवन....
धौलपुर।
पीएम नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर शुरू किए गए एक पेड मां के नाम तथा
हरियालो राजस्थान में रोपे जा रहे पौधों की जिओ टेगिंग कराई जा रही है।
इससे पौधें की प्रगति की जानकारी मिलेगी तथा उनके जीवन की रक्षा हो सकेगी।
इसके लिए पौधे रोपने वाले व्यक्ति अथवा संस्था को एक पेड़ मां के नाम पर
रजिस्ट्रेशन करना होगा। मोबाइल नम्बर डालते ही ओटीपी जनरेट होगा। सबसे ऊपर
''पेड़ जोड़ें'' ऑप्शन पर क्लिक करते ही पौधे की फोटो और जानकारी डालनी
होगी। पहला फोटो पौधरोपण की तैयारी का और दूसरा फोटो पौधरोपण के बाद का
अपलोड करना होगा। फोटो के नीचे पौधे का नाम, उसकी ऊंचाई, लोकेशन, समय और
तारीख अपलोड करनी होगी। इसके बाद में सबमिट होने पर अधिकारी पौधे की प्रगति
तथा अन्य जानकारी को ऑनलाइन इसे देख सकेंगे।
शिक्षा विभाग को किया बजट का आवंटन...
धौलपुर।
हरियालो राजस्थान अभियान के तहत पौधों की खरीद तथा अन्य संसाधनों के लिए
शिक्षा विभाग को अतिरिक्त बजट का आवंटन किया गया है। इसके तहत प्राइमरी
स्कूल को 15 हजार मिडिल स्कूल को 35 हजार और सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए
55 हजार रुपए देने का प्रावधान रखा गया है। ताकि वहां पौधरोपण के दौरान
शिक्षकों को किसी तरह के संसाधन की कमी न रहे। पौधारोपण के बाद पौधों की
देखभाल के लिए भी सरकार द्वारा व्यवस्था की गई है। इसके लिए ग्रामीण स्तर
पर 200 पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी मनरेगा कर्मचारियों को दी जाएगी। जो
वहां पौधों की देखभाल के साथ उन्हें पानी पिलाने का काम भी करेंगे।
चंबल के बीहड़ में छाएगी हरियाली, डांग क्षेत्र को मिलेगी संजीवनी
