पूर्वी सिंहभूम, झारखंड सरकार के शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन की अस्वस्थता की खबर से जहां पूरे राज्य में चिंता का माहौल है।
वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले के उनके पैतृक गांव घोड़ाबांधा में ग्रामीणों ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना को लेकर पारंपरिक संताल रीति-रिवाजों के अनुसार रविवार को विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया। गांव के बुजुर्गों, युवाओं और बुद्धिजीवियों ने मिलकर सामूहिक प्रार्थना की।
घोड़ाबांधा में जाहेरथान पर संताल परंपरा के अनुसार
मंत्री रामदास सोरेन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गांव के जाहेरथान में मारंग बुरु, जाहेर आयो, लिटा गोंसाई और मोड़े को तुरुय के नाम पर विशेष पूजा की गई। पारंपरिक संताल अनुष्ठानों के तहत बुजुर्गों और पूजा समिति के सदस्यों ने बारी-बारी से देवी-देवताओं से मंत्री के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
इस सामूहिक पूजा कार्यक्रम में गांव के माझी बाबा, नायके, वरिष्ठ नागरिक, पूर्व पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
गौरतलब है कि मंत्री रामदास सोरेन भी कभी इसी गांव के माझी बाबा और नायके के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। इसलिए ग्रामीणों और उनके बीच भावनात्मक संबंध गहरा है।
पूरे गांव में इस अवसर पर भावनात्मक वातावरण देखा गया। युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि वे हर दिन रामदास सोरेन के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करते रहेंगे।
मंत्री रामदास सोरेन के स्वास्थ्य लाभ के लिए हुई विशेष पूजा
