पश्चिम सिंहभूम, झारखंड में पश्चिमी सिंहभूम जिले से सटे झारखंड-ओडिशा सीमा क्षेत्र के करमपदा-राउरकेला रेल खंड पर नक्सलियों द्वारा पोस्टर और बैनर लगाए जाने के बाद रेलवे ने इस रूट पर एहतियातन ट्रेनों का परिचालन रोक दिया है।
रेलवे के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि झारखंड-ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्र चक्रधरपुर रेल मंडल के रॉक्सी और रेंगड़ा स्टेशनों के बीच रविवार सुबह ये पोस्टर देखे गए, जिसके बाद सुरक्षा कारणों से मालगाड़ियों की आवाजाही बंद कर दी गई।
दरअसल, नक्सलियों ने 3 अगस्त, रविवार को झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और छत्तीसगढ़ में 24 घंटे के बंद का ऐलान किया, जिसके समर्थन में शनिवार रात से ही रेल पटरियों के किनारे पोस्टर और बैनर लगाए गए। इन पोस्टरों में 'पुलिसिया दमन के खिलाफ जन प्रतिरोध' की अपील की गई है।
रेलवे ने किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए इस रूट पर सभी ट्रेनों का संचालन रोक दिया है। हालांकि, यह मार्ग मुख्य रूप से मालगाड़ियों के उपयोग में आता है, इसलिए आम यात्रियों को कोई सीधी असुविधा नहीं हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारी और स्थानीय पुलिस बल मौके पर पहुंच गए हैं। क्षेत्र में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मिलकर स्थानीय पुलिस लगातार निगरानी और सर्च अभियान चला रही है।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के शहरी क्षेत्रों—जैसे चक्रधरपुर और चाईबासा में जनजीवन सामान्य है। लेकिन नक्सल प्रभावित ग्रामीण इलाकों में बंद का असर देखा गया। बाजार बंद रहे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।
रेल प्रशासन ने बताया कि ट्रैक की निगरानी की जा रही है और स्थिति सामान्य होने तक ट्रेनों का परिचालन रोककर रखा गया है। खुफिया एजेंसियां भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा के रॉक्सी और रेंगड़ा स्टेशन के बीच नक्सलियों ने शनिवार देर रात रेल पटरी को विस्फोट कर नुकसान पहुंचा दिया, जिससे इस रेल खंड पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। घटना के बाद झारखंड के सीमा पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। साथ ही नक्सल प्रभावित सारंडा क्षेत्र में पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम सघन सर्च ऑपरेशन चला रही है।
झारखंड-ओडिशा सीमा क्षेत्र के करमपदा-राउरकेला रेल खंड पर नक्सलियों लगाया पोस्टर,रेलवे ने रोका परिचालन
