नालंदा,बिहारशरीफ । नालंदा जिलान्तर्गत संचालित स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर स्थित हसनपुर राजगीर की कक्षा 6 ‘सी’ की छात्रा राव्या कुमारी ने नवाचार आधारित शिक्षा को साकार करते हुए घर पर ही ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) तैयार कर एक प्रेरणादायक पहल की है। राव्या ने न केवल ओ आर एस बनाने की विधि को समझा और उसे खुद तैयार किया बल्कि इस पूरे प्रयोग को एक शैक्षिक वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत भी किया।
गर्मियों के मौसम में डायरिया व शरीर में पानी की कमी जैसी समस्याएं आम होती हैं। ऐसे में ओ आर एस एक जीवनरक्षक पेय के रूप में कार्य करता है। राव्या ने गुनगुने पानी, चीनी और नमक का संतुलित मिश्रण तैयार कर ओ आर एस बनाने का सरल तरीका दिखाया है। उन्होंने वीडियो में इसकी उपयोगिता निर्माण विधि और स्वास्थ्य लाभ को भी सहज भाषा में समझाया जिससे सहपाठी, शिक्षक और अभिभावक सभी प्रभावित हुए हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य आनंत कुमार सिन्हा ने राव्या की इस पहल को नई शिक्षा नीति के आत्मनिर्भर भारत विजन की दिशा में एक छोटा लेकिन प्रभावशाली कदम बताया। विज्ञान शिक्षक एवं अन्य आचार्यों ने भी राव्या को आगामी विज्ञान परियोजनाओं के लिए प्रोत्साहित किया है।
प्रचार-प्रसार विभाग के आचार्य बीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राव्या का यह नवाचार बच्चों में वैज्ञानिकसोच रचनात्मकता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह साबित करता है कि यदि सही मार्गदर्शन और अवसर मिले तो बालमन भी बड़े-बड़े विचारों को साकार कर सकता है।