कोलकाता, । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कोलकाता के रेड रोड पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। समारोह में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण, गार्ड ऑफ ऑनर और पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करने के बाद भव्य कूच परेड आयोजित हुई।
मुख्यमंत्री ने कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाले छह पुलिस अधिकारियों को ‘चीफ मिनिस्टर पुलिस मेडल’ से सम्मानित किया। ‘आउटस्टैंडिंग सर्विस’ श्रेणी में यह सम्मान मालदा रेंज के आईजी दीप नारायण गोस्वामी, गोरव शर्मा, मिराज खालिद और देवस्मिता दास को मिला। वहीं, ‘कमेंडेबल सर्विस’ श्रेणी में झाड़ग्राम के पुलिस अधीक्षक अरिजीत सिन्हा और बांकुड़ा के एसआई ईश्वर सोरेन को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मंच से की गई घोषणाएं पहले बंगला में और फिर अंग्रेजी में दोहराई गईं। परेड के बाद राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की झांकियां निकलीं। पर्यटन विभाग की दुर्गा थीम वाली झांकी सबसे आगे रही, जबकि सूचना एवं प्रसारण विभाग की ‘एकताई संप्रीति’ झांकी में विभिन्न धर्मों के लोगों को एकजुट होते दिखाया गया।
इस वर्ष समारोह में बांग्ला भाषा और अस्मिता का खास संदेश देखने को मिला। विद्यालय शिक्षा विभाग की पदयात्रा में छात्र-छात्राएं हाथों में बंगला लिपि के पोस्टर लेकर चले। हिंदी माध्यम और गोर्खा स्कूलों के साथ-साथ कोलकाता के प्रमुख अंग्रेजी माध्यम स्कूल लोरिटो हाउस के छात्रों के पोस्टर भी बंगला भाषा में थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा लिखित और संगीतबद्ध गीतों की धुनें भी सुनाई दीं। कन्याश्री योजना की सफलता पर आधारित ‘नारीशक्ति’ प्रदर्शन के समय उनका गीत बजा, जबकि श्रम विभाग की पदयात्रा और युवा एवं क्रीड़ा विभाग की झांकी में ‘खेला होगा’ गीत गूंजा। गीत के बोल— “त्रिपुरा में भी खेला होगा, असम में भी खेला होगा, दिल्ली में भी खेला होगा, पूरे देश में खेला होगा”—को राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।कुल मिलाकर स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय अवसर पर भी राज्य सरकार ने बांग्ला अस्मिता और राजनीतिक संदेश को प्रमुखता से पेश किया।
स्वतंत्रता दिवस पर रेड रोड पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया झंडोत्तोलन, पुलिस अधिकारियों को किया सम्मानित
