ढाका; बांग्लादेश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री और बांग्लादेश
नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) अध्यक्ष खालिदा जिया की हालत बेहद नाजुक बनी
हुई है। अस्सी वर्षीय खालिदा को राजधानी के एवरकेयर अस्पताल में जीवन रक्षक
प्रणाली (वेंटिलेटर) पर रखा गया है। देश की अंतरिम सरकार ने उनके
स्वास्थ्य की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें वीवीआईपी
(अति-अति महत्वपूर्ण व्यक्ति) घोषित किया है। उन्हें विशेष सुरक्षा बल
प्रदान किया गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक संदेश में
खालिदा जिया के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। इस बीच ऐसे संकेत
मिले हैं कि लंदन में रह रहे उनके बेटे तारिक रहमान ने स्वदेश लौटने की
तैयारी शुरू कर दी है।
न्यूज पोर्टल बीएसएस की रिपोर्ट के अनुसार,
पार्टी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य सलाहुद्दीन अहमद ने सोमवार को कहा कि
कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान जल्द ही देश लौट आएंगे। उन्होंने यह जानकारी
रात को गुलशन में खालिदा जिया के ऑफिस में हुई बैठक के बाद पत्रकारों को
दी।
इस बीच भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने बेगम खालिदा जिया के
स्वास्थ्य पर गहरी चिंता जताई है। प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा,"मैं
बेगम खालिदा जिया की सेहत के बारे में जानकर बहुत परेशान हूं। हमारी सच्ची
दुआएं और शुभकामनाएं उनके जल्दी ठीक होने के लिए हैं। भारत हर तरह से मदद
करने के लिए तैयार है, जिस तरह से हम कर सकते हैं।" भारतीय प्रधानमंत्री का
यह संदेश ऐसे समय में आया है जब खालिदा ज़िया का एडवांस्ड मेडिकल
ट्रीटमेंट चल रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिम सरकार ने रात को एक
अधिसूचना जारी की है। इस पर मुख्य सलाहकार के कार्यालय में महानिदेशक
(प्रशासन) मोहम्मद अब्दुल वदूद चौधरी ने राष्ट्रपति के निर्देश के बाद आदेश
पर हस्ताक्षर किए। अधिसूचना के अनुसार, खालिदा जिया को विशष सुरक्षा बल
अधिनियम 2021 के सेक्शन 2(ए) के तहत वीवीआईपी घोषित किया गया है। यह फैसला
तुरंत लागू हो गया है। इस कदम के बाद खालिदा को एसएसएफ (विशेष सुरक्षा बल)
प्रधान करने का रास्ता साफ हो गया। यह दर्जा देश के मुखिया (राष्ट्रपति) और
सरकार के मुखिया (प्रधानमंत्री या मुख्य सलाहकार) को दिया जाता है।
प्रोथोम
अलो की रिपोर्ट के अनुसार, बीएनपी के उपाध्यक्ष अहमद आजम खान ने कहा है कि
खालिदा ज़िया की हालत बहुत नाजुक हो गई है। रविवार रात से उनकी हालत में
कोई सुधार नहीं। कल दोपहर 1:45 बजे एवरकेयर अस्पताल के सामने आजम खान ने
पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वह अभी ऐसी हालत में नहीं
पहुंची हैं कि कुछ और कहा जा सके। हमारे पास दुआओं के अलावा मांगने के लिए
कुछ नहीं है।