हैदराबाद, । तेलंगाना में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मंगलवार शाम हैदराबाद कमांड कंट्रोल सेंटर से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिला कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान प्रभारी मंत्रियों और अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा। साथ ही सभी विभागों के कर्मचारियों की तीन दिन की छुट्टियां रद्द करने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि हैदराबाद में बाढ़ के बारे में एनडीआरएफ और अन्य नगरपालिका के आपात कालीन सेवा को अलर्ट पर रखें । शैक्षणिक संस्थानों की छुट्टियों के संबंध में उचित कदम उठाएं। आईटी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए सतर्क करें।
कल से दो दिन तक स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद
भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने तेलंगाना के जिलों में कल से दो दिन सारे शैक्षणिक संस्थान बंद रखने के आदेश दिए हैं। शिक्षा विभाग के निदेशक निकोलस ने देर रात एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कल से दो दिन स्कूल और कॉलेज की छुट्टी घोषित की गई है।राजधानी हैदराबाद में समय-समय पर समीक्षा के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। ग्रेटर हैदराबाद में कल स्कूल बंद रहेंगे।
तेलंगाना में भारी बारिश की चेतावनी, सभी विभागों के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

सीएम ने सुझाव दिया कि अचानक बाढ़ आने की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर तैयार रखे जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें समय-समय पर एनडीआरएफ कर्मियों के साथ समन्वय बनाए रखना चाहिए। जिन जिलों में भारी बारिश हो रही है, वहां कर्मियों को पहले से ही भेज दें। जिन जिलों में रेड अलर्ट है,
वहां वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष रूप से तैनात किया जाए। मीडिया के माध्यम से बारिश और बाढ़ की जानकारी प्रसारित की जानी चाहिए। बाढ़ की शिकायतों के लिए एक टोल-फ्री नंबर भी स्थापित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि भारी बारिश के दौरान स्कूलों, कॉलेजों और आईटी संस्थानों में अवकाश घोषित करने की आवश्यकता हो, तो संबंधित विभागों के अधिकारी उचित निर्णय लें। उन्होंने पुलिस और सुरक्षा कर्मियों को चेतावनी दी कि ज़रूरत पड़ने पर लोगों को बाहर निकलने से रोकने के लिए कदम उठाए जाएं
और जानमाल की हानि रोकने के लिए हर संभव उपाय किए जाएं।मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया, "ज़िला कलेक्टरों के पास उपलब्ध धनराशि का इस्तेमाल तत्काल सहायता के लिए करें। ऐसे मामलों में आगे की सोचने की ज़रूरत नहीं है।"