रांची, । राजधानी के व्यस्तम इलाका सिरमटोली चौक से बुधवार की सुबह एक स्कूली छात्रा को अगवा कर लिया गया। ई रिक्शा से स्कूल जा रही छात्रा को अगवा करने के क्रम में अपराधियों ने सिरमटोली चौक के समीप फायरिंग भी की। सरेराह हुई इस घटना के बाद हरकत में आयी पुलिस ने काफी सक्रियता दिखायी।
डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बुधवार रात प्रेस वार्ता में बताया कि घटना में शामिल चारों अपराधी ने अपना छद्म नाम अपराध के दौरान रखा था ताकि पीड़ित पक्ष को या पुलिस को असली अपराधी का नाम पता नहीं चल पाए। अपराधियों ने अपना छदम नाम हसबुल्ला, सुनील, बिट्टू और प्रीतम रखा था। गिरफ्तार अपराधियों में रुद्रांशु विश्वकर्मा, ऋषभ वर्मन, विकास कुमार शामिल है। जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है। इन अपराधियों को गोला के करीब से पकड़ा गया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल हुंडई कार और हथियार को भी बरामद कर लिया है।
बरामद हथियार में एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, दो जिंदा गोली, एक खोखा के अलावा, दो स्मार्टफोन, नकद बावन सौ रुपये शामिल है। चारों आरोपितों से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि छात्रा को अगवा किये जाने के सही कारण का पता चल सके। बताया जा रहा है कि पकड़े गये सभी अपराधी रांची के ही रहने वाले हैं।
एसएसपी ने बताया कि जिस कार का इस्तेमाल छात्रा को अगवा करने में किया गया था, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी था। इस कार का रजिस्ट्रेशन किसी दूसरे के नाम पर है। इससे यह स्पष्ट है कि अपराधियों ने पूरी साजिश रचकर इस घटना को अंजाम दिया था। बताया गया कि छात्रा की बरामदगी में मांडू थाना प्रभारी सदानंद की बहादुरी सामने आयी। रांची पुलिस से लड़की के अपहरण की सूचना मिलने के बाद पूरी रामगढ़ पुलिस सड़क पर निगरानी कर रही थी। इसी बीच मांडू और कुजू के बीच एक कार काफी रफ्तार से भागती हुई दिखाई दी।
उल्लेखनीय है कि छात्रा हर दिन की तरह ई-रिक्शा से स्कूल जा रही थी। सिरमटोली के पास हुंडई कार से अपराधी पहुंचे और ई-रिक्शा को पीछे से धक्का मार दिए। इसके बाद दो बदमाश नीचे उतरे जो चेहरे पर मास्क लगये हुए थे। अपराधियों ने दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग की और छात्रा को ई रिक्शा से जबरन खींच कर कार में बैठा लिया और सुजाता चौक होते हुए मेकॉन की ओर फरार हो गये थे।
फिरौती के लिए छात्रा को किया गया था अगवा : पुलिस
डीआईडी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों से प्रारंभिक पूछताछ में यह ज्ञात हुआ है कि उन लोगों ने छात्रा को फिरौती की राशि वसूलने के लिए अगवा किया था। अगवा लड़की को लेकर वे सभी बिहार ले जाने के लिए निकले थे, लेकिन पकड़े गये। मुख्य साजिशकरता रुद्रांशु विश्वकर्मा बताया जा रहा है। वह एक जिम ट्रेनर है और उसने कर्ज उतारने के लिए फिरौती के लिए अपहरण की योजना बनाया था। पूछताछ में सामने आया है कि अपहरण के दौरान गोली चलाने वाला अपराधी ऋषभ बर्मन था।
पड़ोस से 10 जिलों की पुलिस की मदद ली और सभी जगह सघन चेकिंग शुरू कर दिया। अपहरण के दो घंटे के अंदर ही अगवा स्कूली छात्रा को रामगढ़ के कुज्जू से सकुशल बरामद कर लिया गया। पकड़े जाने के डर से अपराधियों ने उसे कुज्जू में कार से उतार कर फरार हो गये थे। हालांकि इस घटना के छह घंटे के अंदर ही पुलिस ने इस वारदात में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि एक नंबर प्लेट बदलने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है।
मांडू थाना प्रभारी ने उस कार का पीछा किया। पुलिस को पीछा करते देख अपराधी कार को और भी तेज भगाने लगे थे। हालांकि पकड़े जाने के डर से अपराधियों ने छात्रा को चलती कार से कुजू में बैंक के पास सड़क पर फेंक दिया और फरार हो गये थे। एसएसपी ने कहा कि रांची पुलिस उस व्यक्ति को गोपनीय रूप से सम्मानित करेगी जिसने घटना के वक्त अपराधियों के द्वारा उपयोग की गई गाड़ी का नंबर नोट कर पुलिस को बताया था।