इंदौर, । दिल्ली में लाल किला के पास पार्किंग में चलती कार में
हुए विस्फोट की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक
टीम शुक्रवार की रात बुरहानपुर पहुंची थी। एनआईए की टीम गुप्त सूचनाओं के
आधार पर बुरहानपुर के कई स्थानों पर जगह-जगह छापेमारी की और शनिवार सुबह
वापस रवाना हो गई। हालांकि, यहां से किसी की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं
मिली है।
दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम बुरहानपुर में एक
संदिग्ध की तलाश कर रही है, जिसके तार दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट मामले से
जुड़े होने के सबूत मिले हैं। ब्लास्ट के बाद जांच में कुछ इनपुट मिले है,
जिसके आधार पर एनआईए की टीम दिल्ली से बुरहानपुर पहुंची। जो पिछले कुछ
दिनों से अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दे रही है। दिल्ली एनआईए की टीम के साथ
स्थानीय पुलिस भी सर्चिंग में जुटी रही। यह पूरी कार्रवाई पुख्ता खुफिया
इनपुट पर आधारित है, जिससे मामले में जल्द ही कोई बड़ा खुलासा होने की
संभावना है।
इधर, दिल्ली विस्फोट के बाद इंदौर में महू के सिद्दीकी
परिवार पर जांच एजेंसियों की निगाहें हैं। अलफलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर
जवाद अहमद सिद्दीकी को लेकर इंटेलिजेंस ने रिपोर्ट मांगी है। जवाद का
परिवार करोड़ों के घोटाले में आरोपित रहा है। मूलतः महू निवासी जवाद अहमद
सिद्दीकी की यूनिवर्सिटी के डॉक्टर दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार
किए गए हैं। इसके बाद जवाद की जानकारी जुटाई जाने लगी है।
महू में लगीं जांच एजेंसियों की निगाहें
पुलिस
मुख्यालय भेजी रिपोर्ट में बताया गया कि महू में रहते करीब तीन दशक पहले
जवाद द्वारा अलफलाह इन्वेस्टमेंट कंपनी बनाकर करोड़ों रुपयों का घोटाला
किया गया था। चिटफंड कंपनी के माध्यम से किए इस घोटाले में जवाद ने छोटे
भाई हमाद के नाम का इस्तेमाल किया था। जवाद के पिता मौलाना हम्माद सिद्दीकी
की दो पत्नियां थीं। एक पत्नी से जवाद व हमाद तथा दूसरी पत्नी से अफ्कान
सिद्दीकी और एक अन्य संतान है। अफ्कान पर हत्या का आरोप लग चुका है।
रिपोर्ट
के अनुसार, जवाद ने 1993 में महू छोड़ दिया था। साल 2000 में हमाद के
खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हुईं, मगर पुलिस ने फरारी में ही चालान प्रस्तुत
किया। जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक, जवाद 2013 तक महू व आसपास देखा
गया था। ब्लास्ट के बाद पुलिस जवाद और उसके परिवार की जानकारी एकत्र कर रही
है।
दिल्ली विस्फोट मामले में एनआईए की मप्र के बुरहानपुर में भी दबिश, कई जगह मारे छापे
