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पंजाब में बाढ़ से मरने वालों की संख्या हुई 46


चंडीगढ़,  । पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने कहा है कि पिछले 24 घंटे के दौरान 48 और गांव, 2691 आबादी और 2131 हेक्टेयर रकबे में खड़ी फसलें प्रभावित हुईं हैं। अबतक 22 जिलों के 1996 गांव प्रभावित हो चुके हैं, जिससे कुल 3,87,013 आबादी प्रभावित हुई है।

हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान जालंधर जिले के 19 और गांव प्रभावित हुए हैं, जबकि इसी समय में लुधियाना के 13 गांव, फिरोजपुर के 6, अमृतसर के 5, होशियारपुर के 4 और जिला फाजिल्का का एक गांव प्रभावित हुआ है।

राजस्व मंत्री ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 925 और व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला गया है, जिससे अब तक कुल सुरक्षित निकाले गए व्यक्तियों की संख्या 22,854 हो गई है।

उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश में इस समय 139 राहत कैंप जारी हैं, जिनमें 6121 व्यक्तियों को ठहराया गया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की शुरुआत से अब तक विभिन्न जिलों में कुल 219 कैंप स्थापित किए गए हैं।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पिछले 24 घंटों में बाढ़ ने अमृतसर और रूपनगर में तीन और जानें लीं, जिससे 14 जिलों में कुल मौतों की संख्या अब 46 हो गई है, जबकि जिला पठानकोट में तीन व्यक्ति अभी भी लापता हैं।

पिछले 24 घंटों में और 2131 हेक्टेयर फसल का नुकसान हुआ है, जिससे अब तक 18 जिलों में कुल 1.74 लाख हेक्टेयर फसली रकबे का नुकसान हुआ है। सबसे अधिक प्रभावित जिलों में गुरदासपुर (40,169 हेक्टेयर), फाजिल्का (18,649 हेक्टेयर), फिरोजपुर (17,257 हेक्टेयर), कपूरथला (17,574 हेक्टेयर), होशियारपुर (8,322 हेक्टेयर), संगरूर (6,560 हेक्टेयर), तरन तारन (12,828 हेक्टेयर) और एस.ए.एस नगर (2,000 हेक्टेयर) शामिल हैं।

इस कठिन समय में सहायता के लिए सशस्त्र सेनाओं का धन्यवाद करते हुए बताया कि अमृतसर, फाजिल्का, गुरदासपुर, फिरोजपुर, जालंधर, होशियारपुर , पटियाला, लुधियाना, पठानकोट और रूपनगर में कुल 23 एन.डी.आर.एफ टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुईं हैं, जबकि कपूरथला में 2 एस.डी.आर.एफ टीमें सक्रिय हैं।

उन्होंने कहा कि भारतीय फौज की 27 टुकड़ियां और 7 इंजीनियर टास्क फोर्स बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। भारतीय वायु सेना और फौज के 9 हेलीकॉप्टर राहत कार्यों में लगे हुए हैं। बी.एस.एफ फिरोजपुर सेक्टर में सहायता प्रदान कर रही है। इसके अतिरिक्त एक स्टेट हेलीकॉप्टर और 158 कश्तियां बचाव और राहत कार्यों में उपयोग की जा रही हैं।