कोलकाता, दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले पर तृणमूल कांग्रेस सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार के बयान ने सोमवार को नया विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि “ऐसा कोई समाज या देश नहीं है जहां इस तरह की घटनाएं नहीं होतीं।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा था कि “लड़कियों को रात में बाहर नहीं जाना चाहिए” और यह भी सवाल उठाया था कि “छात्रा रात साढ़े बारह बजे कॉलेज परिसर से बाहर क्यों थी।” हालांकि, कॉलेज के रिकॉर्ड के अनुसार पीड़िता शाम आठ बजे ही बाहर गई थी।
पत्रकारों से बातचीत में सांसद दस्तीदार ने कहा, “किसी भी समाज में एक-दो ऐसे मामले होते हैं। ऐसा कोई देश नहीं है जहां इस तरह की घटनाएं बिल्कुल न होती हों।”
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ‘अपराजिता बिल’ विधानसभा से पारित कर दिया है, लेकिन उसे अभी राष्ट्रपति की मंजूरी नहीं मिली है। दस्तीदार ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “हमने पश्चिम बंगाल विधानसभा में ‘अपराजिता बिल’ पास कर दिया है, जो अब दिल्ली में अटका हुआ है। राष्ट्रपति ने अब तक उस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। केंद्र सरकार जो कहती है, राष्ट्रपति वही करती हैं। हमारी बार-बार की मांग के बावजूद बिल को मंजूरी नहीं दी गई। इसलिए जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है।”
गौरतलब है कि ओडिशा की रहने वाली द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के साथ 10 अक्टूबर की रात दुर्गापुर में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। छात्रा अपने पुरुष मित्र के साथ डिनर के लिए कॉलेज कैंपस से बाहर निकली थी, तभी बाइक सवार युवकों के एक गिरोह ने उनका पीछा किया और अश्लील टिप्पणियां कीं। इसके बाद उन्होंने उसके मित्र को भगा दिया, छात्रा को पास के झाड़ीदार इलाके में ले जाकर दुष्कर्म किया और उसका मोबाइल फोन छीनकर फेंक दिया।
बाद में उसका मित्र अन्य छात्रों को लेकर लौटा और घायल अवस्था में छात्रा को जमीन पर पड़ा पाया। उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर की निवासी है।
पुलिस ने अब तक शेख रियाजुद्दीन, अपू बाउरी और फिरदौस शेख नामक तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। सोमवार सुबह एक और व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है।
उधर, भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर “पीड़िता को दोषी ठहराने की आदत” का आरोप लगाते हुए उन पर तीखा हमला बोला है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय सह पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने रविवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट कर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पहले भी कई बार ऐसे मामलों में पीड़िता पर ही आरोप लगाए हैं और यह रवैया “राज्य की महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता” को दर्शाता है।
“ऐसा कोई देश नहीं जहां ऐसी घटनाएं न होती हों”: दुर्गापुर गैंगरेप पर तृणमूल सांसद काकली घोष दस्तीदार का विवादित बयान
