पटना, । बिहार के गया और नालंदा में गुरुवार की शाम आकाशीय
बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में गया के पांच और
नालंदा के दो लोग शामिल हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर गहरा दुख
जताया है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग से मिली सूचना के मुताबिक गया
जिले में बारिश के दौरान किसान खेत में धान की रोपाई कर रहे थे, तभी
वज्रपात हुआ, जिसमें पनारी गांव निवासी जितेन्द्र महतो, उनकी पत्नी मीना
देवी, शंकर राव, बली भगत और नन्हकी देवी की मौत हो गई जबकि राजू कुमार,
मोति प्रजापति, मोटे भगत और अनिल महतो बुरी तरह से झुलस गए हैं। सभी को
इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गया डीएम त्यागराजन ने
बताया कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हुई है, जो
काफी दुखद है। जैसे ही सूचना मिली अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास
पदाधिकारी, सीओ और अपर समाहर्ता को घटनास्थल पर भेजा गया। उन्होंने मृतकों
के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए जल्द से जल्द मुआवजे की राशि पीड़ित
परिवार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
दूसरी ओर नांलदा जिले
के चंडी थाना क्षेत्र के प्राणचक गांव में 48 वर्षीय बृजन जमादार खेत में
काम कर रहे थे। इसी दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर उनकी जान चली गई।
इसी तरह, नगरनौसा थाना क्षेत्र के मोनियमपुर गांव में बारिश में नहा रहे
किशोर की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। मृतक अरुण कुमार का 12 साल का
पुत्र इंद्रजीत कुमार था।
इन दोनों प्राकृतिक आपदा पर सीएम नीतीश
कुमार ने गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि वज्रपात
से आज गया जिला में 05 एवं नालंदा जिला में 02 लोगों की मौत से मर्माहत
हूं।
सीएम ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के
साथ है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को अविलंब चार-चार लाख रुपये क
अनुदान देने का निर्देश दिया है। उन्होंने गया जिले के बेला में वज्रपात
से घायल व्यक्तियों के समुचित इलाज कराने का निर्देश दिया है तथा उनके
शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।