बेंगलुरु: अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट
के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला ने गुरुवार को
कहा कि कंपनी बड़े बुनियादी ढांचे में निवेश के साथ भारत के कृत्रिम मेधा
(एआई) इकोसिस्टम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मज़बूत कर रही है।
उन्होंने
कहा कि हमारे पास दुनियाभर में 70 से अधिक डेटा सेंटर क्षेत्र हैं। नडेला
ने कहा कि भारत में हमारी उपस्थिति लगातार बढ़ रही है। अब हमारे पास मध्य
भारत, पश्चिम भारत, दक्षिण भारत में नेटवर्क है और हमने जियो के साथ भी
साझेदारी की है। माइक्रोसॉफ्ट प्रमुख ने कहा कि हमें बेहद खुशी है कि 2026
में दक्षिण मध्य में हमारा एक नया डिजिटल सेंटर होगा। सबसे रोमांचक बात यह
है कि यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है। उन्होंने एआई के बढ़ते उपयोग
के इस युग में डिजिटल संप्रभुता एवं साइबर सुरक्षा के महत्व पर भी जोर
दिया।
माइक्रोसॉफ्ट भारत में 17.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने को लेकर उत्साहित : सत्य नडेला
नडेला ने आगे बताया कि हाल में उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी से हुई, जिन्होंने समाज, अर्थव्यवस्था एवं वृद्धि को गति
देने के लिए इस निवेश (17.5 अरब अमेरिकी डॉलर) को लेकर काफी उत्साह दिखाया।
उन्होंने कहा कि यह प्रतिबद्धता उनकी पिछली यात्रा के दौरान घोषित तीन अरब
अमेरिकी डॉलर के निवेश के अतिरिक्त है। भारत में प्रतिभाओं की उपलब्धता के
बारे में नडेला ने कहा कि कंपनी अपने कौशल विकास कार्यक्रमों पर और अधिक
ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने कहा कि हम अब समूचे भारत में दो करोड़
लोगों को एआई कौशल में प्रशिक्षित करने जा रहे हैं। नडेला ने साथ ही कहा कि
सरकार के ई-श्रम कार्यक्रम जैसी पहलें यह दर्शाती हैं कि एआई असंगठित
श्रमिकों का उत्थान कैसे कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत 2030 तक ‘गिटहब’
के साथ दुनिया का अग्रणी समुदाय बनने के लिए तैयार है।
