अहमदाबाद: गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में उत्तर
प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘चुनौतियाँ
मुझे पसंद हैं’ के गुजराती संस्करण का विमोचन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
के हाथों हुआ। 252 पृष्ठों की यह पुस्तक आनंदीबेन के संघर्ष, साहस और
राजनीतिक सफर को विस्तार से दर्शाती है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री
भूपेंद्र पटेल, विधायकों सहित कई गणमान्य मौजूद थे।
मोदी का वह संदेश जिसने बढ़ा दिया आनंदी बेन का कद
पुस्तक
में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा है कि आज़ादी के बाद इतने वर्षों
में कोई सरकार राजस्व सुधार में इतना आगे नहीं बढ़ सकी। मैं भी अपने पहले
मुख्यमंत्री कार्यकाल में यह नहीं कर पाया था लेकिन आनंदी बेन ने महज़ सात
वर्षों में जो व्यापक राजस्व सुधार किए, वह दूरदर्शिता और संकल्पशक्ति की
मिसाल हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस संदेश ने आनंदी बेन पटेल के राजनीतिक
और प्रशासनिक कद को और ऊँचा कर दिया है।
अमित शाह ने की तारीफ
पुस्तक
विमोचन में अमित शाह ने कहा कि आनंदी बेन पटेल की यात्रा साधारण परिवार से
शुरू होकर मुख्यमंत्री और तीन राज्यों की राज्यपाल तक पहुँची- यह स्वयं
में प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व पद के लिए नहीं,
उद्देश्य के लिए होता है और आनंदी बेन पटेल का जीवन इसका सच्चा उदाहरण है।
मंच पर रो पड़े आनंदी पटेल के पुत्र
कार्यक्रम
के दौरान आनंदी बेन पटेल के पुत्र संजय पटेल अपने भाषण में माता के
संघर्षों को याद करते हुए मंच पर रो पड़े। शाह ने भी इस पल पर भावुक होते
हुए उन्हें ढांढस बंधाया। संजय पटेल ने अपने भाषण में बताया कि परिवार और
राजनीति को साथ लेकर उन्होंने हमेशा कठिनाइयों का सामना किया।
उधर, उनकी बेटी अनार पटेल ने कहा कि उनकी माँ ने कभी अपना दर्द नहीं दिखाया, केवल काम किया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा — हर लड़की के हाथ में हो यह पुस्तक
गुजरात
के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि आनंदीबेन में नेतृत्व, साहस और
निर्णय क्षमता अद्भुत है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक हर बेटी को पढ़नी
चाहिए। यह नारी शक्ति को आत्मविश्वास देगी। भूपेंद्र पटेल ने यह भी याद
दिलाया कि आनंदीबेन ने गुजरात में शिक्षा सुधार, आंगनवाड़ी व्यवस्था,
किसानों की समस्याओं के समाधान जैसे कई क्षेत्रों में मिसाल कायम की।