काठमांडू। नेपाल को संवैधानिक हिंदू राष्ट्र का दर्जा खत्म करके
धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित करने के पीछे अमेरिकी फंडिंग की जांच करने की
मांग राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के सांसद ने रविवार को सदन के भीतर की
है। नेपाल को हिन्दू राष्ट्र खत्म करने और धर्मांतरण के लिए 100 मिलियन
डॉलर की अमेरिकी फंडिंग होने का दावा किया गया है।
प्रतिनिधि सभा
में रविवार को शून्य समय में राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के सांसद धवल
शमशेर राणा ने नेपाल के संवैधानिक हिंदू राष्ट्र के दर्जे को समाप्त कर
धर्मनिरपेक्ष देश घोषित करने और धर्मांतरण के लिए अब तक 100 मिलियन
अमेरिकी डॉलर खर्च किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने इस मामले की जांच के
लिए उच्च स्तरीय जांच समिति गठन करने की मांग की है। सांसद राणा ने कहा कि
अमेरिकी फंडिंग का पैसा किस-किस नेता को मिला, इसकी सच्चाई देश और दुनिया
के सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेपाल में हुए जनांदोलन में कभी भी
हिन्दू राष्ट्र को समाप्त करके धर्मनिरपेक्ष देश घोषित करने की मांग नहीं
उठी थी।
सांसद राणा ने यह भी कहा कि देश में राजतंत्र की समाप्ति
के बाद कुछ प्रमुख दलों के दर्जन भर नेताओं ने अंतरिम संविधान की घोषणा की
थी, जिसमें नेपाल को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित कर दिया गया था। सांसद
राणा ने सरकार से इसकी न्यायिक जांच कराकर दोषियों को सजा देने की मांग की
है। उन्होंने कहा कि नेपाल की पहचान विश्व के एकमात्र हिंदू राष्ट्र के रूप
रही है। इसलिए धर्मनिरपेक्षता को खारिज करके फिर से हिंदू राष्ट्र की
घोषणा संसद से किए जाने की मांग भी की है।
नेपाल संसद में उठी मांग-हिंदू राष्ट्र खत्म करने के लिए अमेरिकी फंडिंग की जांच कराई जाए
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