मुर्शिदाबाद: जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक शर्मनाक घटना
सामने आई है। एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती से इनकार के बाद एक
गर्भवती महिला को शौचालय में बच्चे को जन्म देना पड़ा। घटना शनिवार को
मुर्शिदाबाद के फराक्का ब्लॉक अन्तर्गत बेनियाग्राम प्राथमिक स्वास्थ्य
केंद्र में घटी।
आलम
शेख ने बताया कि मैं गर्भवती महिला को फराक्का के बेनियाग्राम प्राथमिक
स्वास्थ्य केंद्र में लेकर आया। लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि यहां
भर्ती नहीं होगी। उसे बल्लालपुर ले जाएं क्योंकि प्रसूति मां का घर फराक्का
के खोसालपुर में है। लेकिन वह अपने पिता के घर झारखंड से आई हुई है। उसके
पास ही बेनियाग्राम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है।
इस मामले को लेकर
भाजपा सक्रिय हो गई है। फराक्का में भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष रौनक
साहा ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लाइव किया। उन्होंने कहा कि बंगाल
की स्वास्थ्य व्यवस्था अब कहां पहुंच गई है, बंगाल के लोग देख लें। गर्भवती
महिला को फुटबॉल की तरह धक्का-मुक्की हो रही है। फेसबुक लाइव करते ही इस
मुद्दे पर हंगामा मच गया।
मुर्शिदाबाद : सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के शौचालय में हुआ प्रसव, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र में एक लिखित नोटिस
लगा हुआ था जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा था कि "क्षेत्र के बाहर की किसी भी
गर्भवती महिला को भर्ती नहीं किया जाएगा।" इसी नियम के चलते अंजू नाम की
गर्भवती महिला को भर्ती करने से मना कर दिया गया।
हालांकि, ब्लॉक
स्वास्थ्य अधिकारी ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने रेफर
किए जाने की घटना की जांच करने और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करने का आश्वासन
दिया है। इस मामले को लेकर भाजपा ने प्रशासन की आलोचना शुरू कर दी है।
फराक्का ब्लॉक के स्वास्थ्य
अधिकारी डॉ. मसीउर रहमान ने कहा कि लेबर रूम में ही प्रसव हुआ है। हालांकि,
किसी ने रेफर करने की बात कही है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। यदि यह
सच है तो उसके खिलाफ अवश्य कार्रवाई की जाएगी।
