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टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के फिर बिगड़े बोल, पुलिस को बताया आरएसएस का दलाल



मुर्शिदाबाद;  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद दौरे से पूर्व भरतपुर के तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। हुमायूं कबीर पर बेलडांगा के एसडीपीओ को धमकाने, तथा पुलिस को ‘आरएसएस का दलाल’ कहकर निशाना बनाने का आरोप है। पूरे मामले पर एसडीपीओ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


मंगलवार को हुमायूं कबीर ने चेतावनी भरे लहजे में कहा,“आग से मत खेलिए। मैं मुर्शिदाबाद जिले के पुलिस–प्रशासन को साफ चेतावनी दे रहा हूँ। एसडीपीओ उत्तम गोराई, याद रखिए यह मुर्शिदाबाद है। आप भगवानगोला में बहुत दादागिरी कर चुके हैं, कई लोगों का जीवन बर्बाद किया है। मैं आपका पूरा इतिहास जानता हूँ। हुमायूं कबीर से पंगा मत लीजिए। जिस दिन आपका कॉलर पकड़ लूंगा, उस दिन आपको बचाने वाला कोई नहीं होगा।”



अपने बयान में उन्होंने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा


“जब बेलडांगा में कार्तिक पूजा और जगद्धात्री पूजा होती है, तब यह पुलिस—ममता बनर्जी की पुलिस—पूरी निष्ठा से काम करती है। लेकिन जब मैंने एक साल पहले घोषणा की कि मैं बेलडांगा में बाबरी मस्जिद का शिलान्यास करूंगा, तब सबके पेट में दर्द शुरू हो गया। क्या पुलिस भाजपा और आरएसएस के इशारे पर चल रही है? मुसलमान आपको वोट देकर चुनते हैं और आप आरएसएस की दलाली करते हैं?”



हुमायूं कबीर ने आगे कहा, “6 दिसंबर को रेजिनगर से बह्रमपुर तक पूरा राष्ट्रीय राजमार्ग मेरे कब्जे में रहेगा, मुसलमानों के कब्जे में रहेगा।”

उनका यह बयान कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता का विषय बन गया है।



इस घटना ने मुर्शिदाबाद में राजनीतिक माहौल को और अधिक तनावपूर्ण कर दिया है। विपक्ष इसे प्रशासन को धमकाने और धार्मिक ध्रुवीकरण का प्रयास बता रहा है, वहीं मुख्यमंत्री के दौरे से ठीक पहले यह विवाद तृणमूल कांग्रेस को असहज स्थिति में डाल रहा है।



टीएमसी के सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय ने हुमायूं कबीर पर कटाक्ष करते हुए कहा, “उस विधायक की कोई कीमत नहीं है। पश्चिम बंगाल की जनता जिस व्यक्ति पर सबसे अधिक भरोसा करती है, वह ममता बनर्जी हैं।”