नई
दिल्ली, । वस्त्र क्षेत्र के लिए 305 करोड़ रुपये की 'टेक्स-रैम्प्स' योजना को मंजूरी मिल
गई है। केंद्र सरकार ने वस्त्र क्षेत्र में अनुसंधान, नवाचार और
प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने के लिए वस्त्र केंद्रित अनुसंधान, मूल्यांकन,
निगरानी, योजना और स्टार्ट-अप (टेक्स-रैम्प्स) योजना को मंजूरी दी है। यह
योजना आगामी वित्त आयोग चक्र के साथ समाप्त होगी। इसे केंद्रीय क्षेत्र की
योजना के रूप में लागू किया जाएगा, जो पूरी तरह से वस्त्र मंत्रालय द्वारा
वित्त पोषित होगी।
मंत्रालय ने कहा कि
टेक्स-रैम्प्स योजना भारत के लिए एक लचीले, भविष्य के लिए तैयार और वैश्विक
रूप से प्रतिस्पर्धी वस्त्र इको-सिस्टम के निर्माण की दिशा में एक
महत्वपूर्ण कदम है।
वस्त्र क्षेत्र के लिए 305 करोड़ रुपये की टेक्स-रैम्प्स योजना को मंज
डेटा, विश्लेषण और निदान:-
साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को सुविधाजनक बनाने के लिए रोजगार मूल्यांकन,
आपूर्ति श्रृंखला मैपिंग और इंडिया-साइज़ स्टडी सहित मजबूत डेटा
प्रणालियों का निर्माण।
एकीकृत वस्त्र सांख्यिकी प्रणाली (आईटीएसएस)
:- संरचित निगरानी और रणनीतिक निर्णय लेने में सहायता के लिए एक वास्तविक
समय, एकीकृत डेटा और विश्लेषण मंच।
क्षमता विकास और ज्ञान
इको-सिस्टम:- राज्य-स्तरीय योजना को मजबूत करना, बेहतर प्रणालियों का
प्रसार, क्षमता निर्माण कार्यशालाएं और क्षेत्रीय कार्यक्रमों का आयोजन।
स्टार्ट-अप
और नवाचार सहायता:- उच्च मूल्य वाले वस्त्र स्टार्ट-अप और उद्यमिता को
पोषित करने के लिए इनक्यूबेटर, हैकथॉन और अकादमिक-उद्योग सहयोग के लिए
सहायता।
टेक्स-रैम्प्स योजना से अपेक्षित परिणाम:- यह अपेक्षित है,
वैश्विक बाजारों में भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना, अनुसंधान और
नवाचार इको-सिस्टम को मजबूत करना, डेटा-संचालित नीति-निर्माण में सुधार,
रोजगार के अवसर पैदा करना और राज्यों, उद्योग, शिक्षा क्षेत्र और सरकारी
संस्थानों के बीच गहन सहयोग को बढ़ावा देना।
