पश्चिम मेदिनीपुर, बुधवार तड़के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर पंचव्रत रास पूर्णिमा का उत्सव भक्तिभाव और आस्था के साथ मनाया गया। इस विशेष धार्मिक पर्व पर जिले की प्रमुख नदियों — सुवर्णरेखा नदी, कसाई नदी, मोहनपुर नदी और अन्य घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
मिली जानकारी के अनुसार, भोर होते ही श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान कर दान, दीपदान और पूजा-अर्चना की। पौराणिक मान्यता के अनुसार, पंचव्रत रास पूर्णिमा के दिन ब्रह्ममुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी श्रद्धा के भाव से बड़ी संख्या में महिलाएं और भक्तजन नदी तटों पर पहुंचे।
महिलाओं ने पंचव्रत का पालन करते हुए देवी लक्ष्मी, तुलसी माता और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की, जबकि पुरुषों ने परिवार की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की।
कसाई और मोहनपुर नदी के घाटों पर सुबह से ही लंबी कतारें देखी गईं। घाटों पर दीपदान, भजन-कीर्तन और रास उत्सव का आयोजन हुआ। सुवर्णरेखा नदी तट पर राधा-कृष्ण की भव्य झांकी और रासलीला का मंचन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए। पुलिसकर्मी और सिविल डिफेंस के जवान भोर से ही घाटों पर तैनात रहे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
त्योहार के अवसर पर पूरे जिले में भक्ति, आनंद और उल्लास का वातावरण व्याप्त रहा। नदी तटों पर दीपों की पंक्तियों, भजनों और प्रसाद वितरण से पूरा क्षेत्र दिव्यता और शांति में डूब गया।
पश्चिम मेदिनीपुर में नदी तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़, पंचव्रत रास पूर्णिमा पर आस्था का सैलाब
